कलेक्टर ने किया पोस्टरों का विमोचन , मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों के धर्मगुरु रोकेंगे बाल विवाह

अनमोल संदेश, मंडीदीप
अक्षय तृतीया के विशेष मुहूर्त पर बड़ी संख्या में विवाह होते हैं। इन विशेष मुहूर्त पर कोई भी बाल विवाह न हो, इसके लिए शासन-प्रशासन के साथ कृषक सहयोग संस्थान के कार्यकर्ताओं ने भी कमर कस ली है। संस्था के कार्यकर्ताओं ने मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों के सामने 'यहां बाल विवाह नहीं किए जातेÓ इस आशय का पोस्टर लगाकर जनजागरण करने का निश्चय किया है। रायसेन कलेक्टर कार्यालय में शुक्रवार को कलेक्टर अरविंद दुबे ने संस्था द्वारा प्रकाशित बाल विवाह न करने संबंधी पोस्टरों का विमोचन किया। उन्होंने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जिले में एक भी बाल विवाह न हो, इसके लिए व्यापक प्रचार किया जाना चाहिए। डॉ. एचबी सेन ने बताया कि जिले में बाल विवाह मुक्तभारत अभियान के अंतर्गत कार्यकर्ताओं ने धर्मगुरुओं से आह्वान किया है। उनसे कहा कि बाल विवाह एक कानूनी अपराध है, इसे रोकने के लिए समाज का सहयोग करें।
मंदिरों, मस्जिदों पर लगाएंगे पोस्टर
जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि जिले के सभी मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में बाल विवाह रोकने के लिए पोस्टर लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विवाह कार्य में सहभागी टेंट, घोड़ा, बग्घी, गार्डन, होटल संचालक, खाना बनाने वाले आदि की भी जिम्मेदारी है कि वे बाल विवाह होने की सूचना शासन को देकर बाल विवाह रुकवाएं। अन्यथा आप भी कानूनन दोषी होंगे। जिला समन्वयक ने आगे कहा कि बाल विवाह कानूनी अपराध है। इसे रोकने के लिए समाज को भी आगे आना होगा। तभी बचपन को सुरक्षित किया जा सकता है। इस अवसर पर समन्वयक मीना रैकवार, अमित चक्रवर्ती और सौरभ लोधी आदि उपस्थित रहे।
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