उत्‍तरकाशी टनल हादसे में 11 दिन का वक्‍त बीत जाने के बाद आज आएगी खुसखबरी 42 मीटर तक हुई ड्रिलिंग, अब अगले 3 मीटर महत्तपूर्ण

उत्‍तरकाशी टनल हादसे में  11 दिन का वक्‍त  बीत जाने के बाद  आज आएगी खुसखबरी  42 मीटर तक हुई ड्रिलिंग, अब अगले 3 मीटर महत्तपूर्ण

11  दिन से फसें है  मजदुर 

41 मजदूरों को उत्‍तरकाशी स्थित टनल में फंसे 11 दिन का वक्‍त बीत चुका है. अब तक उन्‍हें निकाला नहीं जा सकता है. सार्वजनिक क्षेत्र की पांच एजेंसियां – ओएनजीसी, एसजेवीएन, आरवीएनएल, एनएचआईडीसीएल और टीएचडीसी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के काम में लगी हुई हैं. इसी बीच बुधवार को रेस्‍क्‍यू टीम के एक अधिकारी ने बड़ा अपडेट दिया. बताया जा रहा है कि आज रात या कल तक मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने के संबंध में अच्‍छी खबर सामने आ सकती है.

जल्द ही आएगी खुसखबरी 

सड़क और परिवहन विभाग के अतिरिक्त सचिव (तकनीकी) महमूद अहमद ने कहा है कि जल्‍द ही कुछ बड़ी खबर की उम्मीद है क्योंकि अतिरिक्त 880-मिलीमीटर पाइप को मलबे में कई मीटर तक धकेल दिया गया है. उन्होंने कहा कि बचावकर्मियों ने मलबे में तीन पाइप डाले हैं. ‘हमने 12:45 बजे बरमा मशीन का उपयोग करके ड्रिलिंग शुरू की और मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमने 39 मीटर ड्रिल किया है और 800 मिमी का पाइप भी डाला है. हम अच्छी तरह से प्रगति कर रहे हैं. हम बरकोट की ओर से हॉरिजोंटल ड्रिलिंग भी कर रहे हैं और 7.9 मीटर तक प्रवेश कर चुके हैं.’

उन्होंने कहा, ‘जब तक हम सुरंग के अंदर 45-50 मीटर तक पहुंचेंगे, हम आपको सटीक समय नहीं बता पाएंगे. अगर कोई रुकावट नहीं आई तो आज रात या कल सुबह कोई बड़ी खबर मिल सकती है. मलबे के साथ एक लोहे की रॉड भी आई है. खुशी की बात यह है कि पाइपलाइन बिछाने के बीच में इस लोहे के कारण कोई दिक्कत नहीं हुई.’ बताया गया कि अगले 3 मीटर ‘सबसे महत्वपूर्ण’ हैं.   42 मीटर 800 मिमी पाइप खोदा गया है अगले तीन मीटर सबसे महत्वपूर्ण हैं. कुल मिलाकर, 57 मीटर तक ड्रिल करने की आवश्यकता है. 8वीं पाइप का आधा हिस्सा अंदर चला गया है.

 टनल के अंदर क्‍या खा रहे मजदूर?

टनल में फंसे 41 मजदूरों को रोजाना गर्म खाना दिया जा रहा है. डॉक्‍टरों की देखरेख में कम तेल और मसाले वाला यह खाना बनवाया जा रहा है। कल उन्‍हें पनीर की सब्‍जी, चावल और रोटी दी गई थी। आज उन्‍हें खाने में खिचड़ी दी गई है.

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