पिता के गर्भ से हुआ था इस महायोद्धा का जन्म, रावण को धूल चटाई, लेकिन इंद्र ने यूं धोखे से मरवा डाला
पिता के गर्भ से हुआ था इस महायोद्धा का जन्म, रावण को धूल चटाई, लेकिन इंद्र ने यूं धोखे से मरवा डाला
Raja Mandhata ki Kahani : मांधाता, एक ऐसे राजा जिनसे राक्षस तो क्या इंद्र भी थरथर कांपते थे, उनका युद्ध कौशल ऐसा था कि उनके साहस के आगे एक-एक करके सभी या तो नतमस्तक हो गए या उन्हें मुंह की खानी पड़ी। एक दौर ऐसा भी आया जब राजा मांधाता ने समस्त पृथ्वी पर अपना शासन स्थापित करके इंद्र लोक की ओर रुख करने का विचार किया, तभी देवराज इंद्र ने अपनी सत्ता को बचाने के लिए पिता के गर्भ से पैदा हुए इस महापराक्रमी राजा को धोखे से मरवा दिया। लेकिन राजा मांधाता जब तक जीवित रहे, तब तक उनकी बुद्धिमत्ता, पराक्रम और धर्मपरायणता अद्वितीय रही। खास बात यह कि राजा मांधाता श्रीराम के पूर्वज थे और उन्होंने एक ही दिन में तीनों लोकों को जीत लिया था। आइये विस्तार से जानते हैं, ऐसे महान योद्धा के बारे।
Raja Mandhata ki Kahani : मांधाता, एक ऐसे राजा जिनसे राक्षस तो क्या इंद्र भी थरथर कांपते थे, उनका युद्ध कौशल ऐसा था कि उनके साहस के आगे एक-एक करके सभी या तो नतमस्तक हो गए या उन्हें मुंह की खानी पड़ी। एक दौर ऐसा भी आया जब राजा मांधाता ने समस्त पृथ्वी पर अपना शासन स्थापित करके इंद्र लोक की ओर रुख करने का विचार किया, तभी देवराज इंद्र ने अपनी सत्ता को बचाने के लिए पिता के गर्भ से पैदा हुए इस महापराक्रमी राजा को धोखे से मरवा दिया। लेकिन राजा मांधाता जब तक जीवित रहे, तब तक उनकी बुद्धिमत्ता, पराक्रम और धर्मपरायणता अद्वितीय रही। खास बात यह कि राजा मांधाता श्रीराम के पूर्वज थे और उन्होंने एक ही दिन में तीनों लोकों को जीत लिया था। आइये विस्तार से जानते हैं, ऐसे महान योद्धा के बारे।