विदिशा में RAMP योजना के अंतर्गत MSME सशक्तिकरण कार्यशाला का आयोजन

11 अप्रैल 2025 को विदिशा ज़िले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSME) को अधिक प्रतिस्पर्धात्मक और सशक्त बनाने के उद्देश्य से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला रेज़िंग एंड एक्सेलेरेटिंग MSME परफॉर्मेंस (RAMP) योजना के अंतर्गत राज्य नोडल एजेंसी मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम लिमिटेड (MPLUN) द्वारा आयोजित की गई।
इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य ज़ेड (Zero Defect Zero Effect) योजना एवं MSME कॉम्पटीटिव लीन स्कीम (MCLS) के प्रति जागरूकता बढ़ाना था, जिससे उद्यमी अपने व्यवसाय को अधिक गुणवत्ता आधारित, दक्ष और प्रतिस्पर्धी बना सकें।
कार्यक्रम की शुरुआत जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, विदिशा के महाप्रबंधक एवं संयुक्त संचालक, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग, श्री अशोक श्रीवास्तव के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने RAMP योजना की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए स्थानीय उद्यमियों को इससे मिलने वाले लाभों की जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने MSME प्रोत्साहन नीति 2025 एवं MSME स्टार्टअप नीति 2025 के महत्वपूर्ण बिंदुओं से भी सभी को अवगत कराया। अपने संबोधन में उन्होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे 16-17 अप्रैल 2025 को उज्जैन में आयोजित होने वाले वेंडर डेवलपमेंट प्रोग्राम में अवश्य भाग लें।
इसके बाद, भारतीय गुणवत्ता परिषद (QCI) से आए विशेषज्ञ श्री जोगेन्द्र बघेल ने ज़ेड योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ, प्रमाणन प्रक्रिया और सरकारी सहयोग के बारे में विस्तार से जानकारी साझा की।
कार्यशाला के दौरान MSME कॉम्पटीटिव लीन स्कीम (MCLS) पर एक तकनीकी सत्र भी आयोजित किया गया, जिसमें बताया गया कि यह योजना किस प्रकार उत्पादन क्षमता में वृद्धि, लागत में कमी और कार्यकुशलता में सुधार लाने में सहायक है।
विदिशा ज़िले के अनेक MSME उद्यमियों ने इस कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया और योजनाओं के प्रति गहरी रुचि दिखाई। उपस्थित उद्योगपतियों ने अन्य उद्यमियों को भी इन योजनाओं से जुड़कर अपने व्यवसाय को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए प्रेरित किया। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र, विदिशा के अधिकारियों एवं विशेषज्ञों ने इस कार्यशाला को MSME क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक सार्थक पहल बताया।
What's Your Reaction?






