स्व सहायता समूह से 1.05 लाख की धोखाधड़ी:एक साल से फरार आरोपी महिला हरदा से गिरफ्तार; बैंक खाते से निकाले थे रुपए

बैतूल में अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह की महिलाओं से धोखाधड़ी करने वाली आरोपी को पुलिस ने हरदा से गिरफ्तार किया है। आरोपी कलावती पति प्रभुदयाल विश्वकर्मा (40) खेडीसावलीगढ़, बैतूल की रहने वाली है। वो पिछले एक साल से फरार चल रही थी। मामला 3 जून 2024 का है। फरियादिया मनिषा इवने ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कलावती ने अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह के बैंक खाते से समूह की महिलाओं के 1 लाख 5 हजार रुपए निकाल लिए। कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूला एसपी निश्चल एन. झारिया ने धोखाधड़ी के मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एएसपी कमला जोशी और एसडीओपी शालिनी परस्ते के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई की। मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस टीम हरदा पहुंची। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया, उपनिरीक्षक राकेश सरयाम, चित्रा कुमरे, प्रधान आरक्षक दीपक कटियार समेत महिला आरक्षक और साइबर टीम की भूमिका रही।

स्व सहायता समूह से 1.05 लाख की धोखाधड़ी:एक साल से फरार आरोपी महिला हरदा से गिरफ्तार; बैंक खाते से निकाले थे रुपए
बैतूल में अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह की महिलाओं से धोखाधड़ी करने वाली आरोपी को पुलिस ने हरदा से गिरफ्तार किया है। आरोपी कलावती पति प्रभुदयाल विश्वकर्मा (40) खेडीसावलीगढ़, बैतूल की रहने वाली है। वो पिछले एक साल से फरार चल रही थी। मामला 3 जून 2024 का है। फरियादिया मनिषा इवने ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कलावती ने अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह के बैंक खाते से समूह की महिलाओं के 1 लाख 5 हजार रुपए निकाल लिए। कोतवाली थाने में केस दर्ज किया गया था। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूला एसपी निश्चल एन. झारिया ने धोखाधड़ी के मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। एएसपी कमला जोशी और एसडीओपी शालिनी परस्ते के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई की। मुखबिर से सूचना मिलने पर पुलिस टीम हरदा पहुंची। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसे न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी रविकांत डेहरिया, उपनिरीक्षक राकेश सरयाम, चित्रा कुमरे, प्रधान आरक्षक दीपक कटियार समेत महिला आरक्षक और साइबर टीम की भूमिका रही।