कश्मीर-कश्मीर…पाकिस्तान के झुनझुने को भारत ने ऐसा तोड़ा कि सकपका गए शहबाज़ शरीफ

पाकिस्तान से खुद का देश नहीं संभल रहा है और वो भारत के अभिन्न अंग पर कश्मीर पर नजर गड़ाए बैठा है। हर बार की तरह इस बार भी उसने (Pakistan) अंतर्राष्ट्रीय मंच से भारत के खिलाफ जहर उगला और कश्मीर पर भारत का अवैध कब्जा बताया। पाकिस्तान की इस हिमाकत पर भारत (India on Kashmir) ने इस बार पाकिस्तान को ऐसा धोया है कि प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ (Shehbaz Sharif) तक सकपका गए हैं। आखिर भारत ने ऐसा क्या कहा ये हम आपको बताते हैं।
दरअसल पाकिस्तान ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) की बैठक में कश्मीर को मुद्दा बनाकर फिर से खेलने की कोशिश की। UNGA में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने कहा कि कश्मीर से भारत को अनुच्छेद 370 हटाने के फैसला वापस ले लेना चाहिए। भारत ने 5 अगस्त, 2019 को इस अनुच्छेद को हटाने का एकतरफा फैसला लिया है। जम्मू-कश्मीर के ‘मुद्दे’ को शांति पूर्ण तरीके से बातचीत कर सुलझाना चाहिए। सिर्फ इतना ही नहीं शहबाज़ शरीफ ने ये भी कहा कि पाकिस्तान भारत के इस आक्रमण का निर्णायक तरीके से जवाब भी देंगे। इसलिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के मुताबिक भारत पाकिस्तान से बात करे।
पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य शक्ति बढ़ा रहा है भारत
शहबाज़ शरीफ ने ये भी आरोप लगाया कि भारत लगातार अपनी सैन्य क्षमताओं का विस्तार कर रहा है। जिसे पाकिस्तान के खिलाफ ही तैनात किया जा रहा है। UNGA जैसे अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत पर इस तरह का आरोप लगाने वाले शहबाज़ शरीफ ने अपने अंदर की भड़ास तो निकाल ली, लेकिन अब बारी थी भारत की, जिसने पाकिस्तान को उसी की भाषा में ऐसा जवाब दिया, कि शहबाज़ शरीफ के कानों से धुआं निकल गया।
क्या कहा भारत ने?
भारत ने पाकिस्तान के इस रवैए को हास्यास्पद करार दिया और खिल्ली उडा़ते हुए कहा कि जिस पाकिस्तान को आतंक के नाम से पूरी दुनिया में जाना जाता है। वो पाकिस्तान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत पर हमला करने का आरोप लगा रहा है। ऐसा करके पाकिस्तान ने वो दुस्साहस किया है कि जिसकी माफी नहीं दी जा सकती।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन की प्रथम सचिव भाविका मंगलनंदन ने UNGA में कहा कि कश्मीर पर पाकिस्तान का ये पाखंड है, जो भारत पर इस तरह का आरोप लगा रहा है। खुद पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के चुनावों को बाधित करने के लिए आतंकवाद का इस्तेमाल किया है और ये पाकिस्तान भारत पर आक्रमण का आरोप लगा रहा है। भारत ने कहा कि सच्चाई ये है कि पाकिस्तान भारत के क्षेत्र पर लालच रखता है, जम्मू-कश्मीर से पाकिस्तान का कोई नाता नहीं है।
भारत में पाकिस्तान के आतंकी हमलों का उठाया मुद्दा
इसके बाद भारत ने 2008 के मुंबई हमलों और 2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने लंबे समय से अपने पड़ोसियों के खिलाफ़ सीमा पार आतंकवाद को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है, उसने भारत की संसद, वित्तीय राजधानी मुंबई, बाज़ारों और तीर्थयात्रा मार्गों पर हमला किया है। इन आतंकी हमलों की य़े लिस्ट इतनी लंबी है कि यहां पर सभी का नाम लिया तो काफी देर हो जाएगी।
भाविका मंगलनंदन ने कहा कि 1971 के बांग्लादेश नरसंहार पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, “यह हास्यास्पद है कि एक राष्ट्र जिसने 1971 में नरसंहार किया और जो अपने अल्पसंख्यकों पर आज भी लगातार अत्याचार करता है, वह असहिष्णुता और भय के बारे में बोलने की हिम्मत करता है। दुनिया खुद देख सकती है कि पाकिस्तान वास्तव में क्या है। हम एक ऐसे राष्ट्र के बारे में बात कर रहे हैं जिसने लंबे समय तक ओसामा बिन लादेन को पनाह दी।
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