ट्रंप ने पीएम मोदी से मिलने की घोषणा की थी, लेकिन बिना मिले क्यों भारत लौटे प्रधानमंत्री

Sep 26, 2024 - 17:16
 0  1
ट्रंप ने पीएम मोदी से मिलने की घोषणा की थी, लेकिन बिना मिले क्यों भारत लौटे प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका से वापस लौट आए हैं. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाक़ात की, क्वाड सम्मेलन में हिस्सा लिया, संयुक्त राष्ट्र में संबोधन किया, कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाक़ात की, लेकिन वो अमेरिका की घरेलू राजनीति से दूर ही रहे

पीएम मोदी ने फिलाडेल्फिया और न्यूयॉर्क में भारतीय समुदाय से मुलाक़ात की. राष्ट्रपति जो बाइडन ने डेलावेयर स्थित अपने निवास पर मोदी का स्वागत किया. अमेरिका ने इस यात्रा के दौरान कई प्राचीन भारतीय कलाकृतियों को भारत लौटाया.

मोदी ने क्वाड नेताओं के सम्मेलन में भी हिस्सा लिया. संयुक्त राष्ट्र में पीएम मोदी ने 'वैश्विक शांति और विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में सुधार' की ज़रूरत की बात की. पीएम मोदी फ़़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेंस्की से भी मिले.पीएम मोदी की यात्रा से पहले रिपब्लिकन पार्टी की ओर से अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे डोनाल्ड ट्रंप कहा था कि भारतीय पीएम उनसे मिलेंगे. ये मुलाक़ात नहीं हई.

ट्रंप ने कही थी मुलाक़ात की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका पहुँचने से पहले ही एक बयान में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि मोदी अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान उनसे मुलाक़ात करेंगे.मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले जब विदेश मंत्रालय की प्रेस ब्रीफ़िंग में पत्रकारों ने विदेश सचिव विक्रम मिसरी से जब ट्रंप से मुलाक़ात पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने बस इतना कहा कि अभी तक कुछ तय नहीं है.

यानी उन्होंने न इस मुलाक़ात की कोई पुष्टि की और न ही इससे इनकार किया.

लेकिन इस यात्रा के दौरान ट्रंप और मोदी की मुलाक़ात नहीं हुई. ये कयास ज़रूर लगाए जा रहे थे कि ट्रंप न्यूयॉर्क सिटी या फिर लॉन्ग आइलैंड में मोदी के भारतीय समुदाय के साथ कार्यक्रम में पहुँच सकते हैं.हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब साल 2019 में अमेरिका गए थे, तो ह्यूस्टन की हाऊडी मोदी रैली में उन्होंने ट्रंप को आमंत्रित किया था. इस कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों की भारी भीड़ जुटी थी.

ट्रंप ने फ़रवरी 2020 में भारत का दौरा किया था और अहमदाबाद में एक लाख से अधिक लोगों की भीड़ उनके स्वागत में जुटी थी.ट्रंप और मोदी दोनों ही एक-दूसरे को अपना मित्र बताते रहे हैं. हालांकि अमेरिका यात्रा के दौरान, ट्रंप के सार्वजनिक बयान के बावजूद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्रंप से मुलाक़ात ना करने को विश्लेषक एक रणनीतिक क़दम के रूप में देख रहे हैं.

अमेरिका की डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर और अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार डॉक्टर मुक़्तदर ख़ान कहते हैं कि अमेरिका में चुनावी माहौल के बीच अगर मोदी ट्रंप से मुलाक़ात करते और उनके चुनाव अभियान का समर्थन करते या इस मुलाक़ात को ट्रंप के समर्थन के रूप में देखा जाता, तो ये नासमझी होती.अंतरराष्ट्रीय मामलों की जानकार प्रोफ़ेसर स्वास्ति राव के मुताबिक़ अगर मोदी मिलते तो ट्रंप और कमला हैरिस दोनों से मिलते, किसी एक उम्मीदवार से मिलना कूटनीतिक रूप से सही नहीं होता.

Files

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow