उमंग सिंघार ने आरजे रौनक पर लगाया टंट्या मामा के अपमान का आरोप, केंद्र सरकार से कानूनी कार्रवाई और यूट्यूब चैनल बंद करने की माँग

नेता प्रतिपक्ष ने आरजे रौनक का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो महान आदिवासी नायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी टंट्या मामा पर अशोभनीय टिप्पणी करते नज़र आ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने इसे पूरे आदिवासी समाज का अपमान बताते हुए कहा है कि इस बात से सभी की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में आरजे रौनक का सम्मान किया था, लेकिन अब जो हरकत उनके द्वारा की गई है उसपर केंद्र सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आरजे, यूट्यूबर और कंटेंट क्रिएटर रौनक पर आदिवासी समाज के महान नायक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी टंट्या मामा के अपमान का आरोप लगाया है। इसी के साथ उन्होंने माँग की है कि केंद्र सरकार इसपर तत्काल कार्रवाई करे और आरजे रौनक का यूट्यूब चैनल बंद कराए, साथ ही उनपर कानूनी कार्रवाई भी की जाए। कार्यवाही करे ताकि ऐसी भ्रामक, अनर्गल, अपमानजनक टिप्पणी करने वालों को सबक मिले
बता दें कि बऊआ के नाम से मशहूर आरजे रौनक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी साल सर्वाधिक रचनात्मक क्रिएटर-पुरुष के सम्मान से सम्मानित किया था। हाल ही में आरजे रौनक का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो टंट्या मामा के बारे में अशोभनीय टिप्पणी करते नज़र आ रहे हैं। कांग्रेस नेता ने इसे पूरे आदिवासी समाज का अपमान बताते हुए कहा है कि इससे उन सभी की भावनाएं आहत हुई हैं।
आदिवासी समाज के नायक हैं टंट्या मामा
टंट्या मामा आदिवासी भील समुदाय से थे और उनका जन्म खंडवा जिले के पंधाना में हुआ था। आदिवासी समुदाय से आने वाले वे एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और नायक थे। उन्हें “भारत का रॉबिनहुड” भी कहा जाता है। ये पदवी उन्हें ब्रिटिश शासन के दौरान गरीबों और आदिवासियों की मदद करने के लिए दी गई है। उनका पूरा नाम टंट्या भील था और आज देशभर के आदिवासी समाज के साथ हर वर्ग के लोग उनका नाम सम्मान के साथ लेते हैं।
उमंग सिंघार ने आरजे रौनक पर कार्रवाई की माँग की
उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आरजे रौनक का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वो टंट्या मामा के रूप-रंग पर अशोभनीय टिप्पणी कर रहे हैं। इसपर नाराजगी जताते हुए कांग्रेस नेता ने कहा है कि ‘ऐसे महान सेनानी मेरे आदिवासी समाज के देवता तुल्य टंट्या के बारे में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले यूट्यूबर आरजे रौनक माफ़ी योग्य नहीं है! इस यूट्यूबर ने स्वतंत्रता संग्राम सैनानी और आदिवासी समाज के सर्वाधिक सम्मानीय टंट्या मामा के बारे में जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया, वो क्षमा योग्य नहीं है! अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन करते हुए, उन्हें जो कहना था वो कह दिया! कला और मनोरंजन की आड़ में अपमान करना अपराध की श्रेणी में आता है। आपत्ति उठी तो माफ़ी मांगकर वीडियो हटा लिया! ‘
उन्होंने कहा कि ‘लेकिन, उन्होंने जो कहा उस गलती की सजा तो मिलना चाहिए, ताकि भविष्य में कोई आदिवासियों की भावना के साथ खिलवाड़ न करे! महान टंट्या मामा ने आदिवासियों के अधिकारों के लिए जो संघर्ष किया उसका इतिहास साक्षी है! अभिनेत्री के कपड़े के रंगों और फिल्मों के टाइटल पर टिप्पणी करने वाली भाजपा आदिवासियों के भगवान पर अभद्र टिप्पणी करने वाले पर चुप क्यों हैं? पीएम नरेंद्र मोदी जी ने भी एक कार्यक्रम में आरजे रौनक का सम्मान किया था! केंद्र सरकार का सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय तत्काल कार्यवाही करते हुए आरजे रौनक का यूट्यूब चैनल बंद कराए और आगे की कानूनी कार्यवाही करे ताकि ऐसी भ्रामक, अनर्गल, अपमानजनक टिप्पणी करने वालों को सबक मिले। जो हुआ वह देश के सभी आदिवासी समाज का घोर अपमान है! इससे मेरी और पूरे आदिवासी समाज की भावनाएं आहत हुई है।’
बता दें कि मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र सहित देश के कई हिस्सों में टंट्या मामा को बड़े सम्मान और श्रद्धा के साथ याद किया जाता है। उनपर कई स्थानों, स्टेडियमों और संस्थानों के नाम रखे गए हैं। उनकी स्मृति में मध्य प्रदेश सरकार और भील समुदाय द्वारा कई आयोजन भी किए जाते हैं। ऐसे में उनके ऊपर की गई इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस ने आरजे रौनक के ख़िलाफ़ केंद्र सरकार से कानूनी कार्रवाई की मांग की है।