छिंदवाड़ा में 6 मेडिकल स्टोर्स को नोटिस:एक साथ रखीं इंसानी और पशु दवाएं, एक्सपायरी स्टॉक भी मिला; लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी
छिंदवाड़ा में 6 मेडिकल स्टोर्स को नोटिस:एक साथ रखीं इंसानी और पशु दवाएं, एक्सपायरी स्टॉक भी मिला; लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी
छिंदवाड़ा जिले में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर मेडिकल स्टोर्स की औचक जांच की गई। इस दौरान कई दुकानों पर गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इंसानों और पशुओं की दवाएं एक ही जगह रखी मिलीं। कुछ दुकानों में एक्सपायरी दवाएं भी बिक्री के लिए रखी थीं। कार्रवाई के दौरान कोडीन युक्त दवाओं की संदिग्ध मात्रा में खरीद भी सामने आई है। इंसानों और जानवरों की दवाएं एक जगह
जांच में वार्ड 30 के चित्रकूट कॉम्प्लेक्स के पीछे स्थित लालानी फार्मा में वेटरनरी और ह्यूमन मेडिसिन एकसाथ संग्रहीत पाई गईं। यह गंभीर उल्लंघन माना जाता है। वहीं एक्सपायरी दवाएं भी स्टॉक में मिलीं, जिन्हें हटाया नहीं गया था। कोडीन युक्त दवाओं की संदिग्ध खरीद
स्टोर की खरीद-बिक्री रजिस्टर जांचने पर कोडीन युक्त दवाओं की बड़ी मात्रा में खरीद दर्ज मिली, जबकि क्षेत्र में उसका कोई बड़ा खपत नहीं मिला। इससे दवाओं के दुरुपयोग का संदेह बना हुआ है। दस्तावेजों की पुष्टि की जा रही है। इन दुकानों पर भी मिली गड़बड़ी
औषधि निरीक्षक की कार्रवाई में अमित मेडिकल स्टोर्स (चांदामेटा), अरिहंत मेडिकल (अमरवाड़ा), भारत मेडिकल एजेंसी (छिंदवाड़ा), ईश्वरम्मा मेडिकल एंड सर्जिकल (छिंदवाड़ा) और उज्ज्वल मेडिकल स्टोर्स (परसिया) को भी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इन पर औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की नियमावली 1945 के नियम 65 के उल्लंघन का आरोप है। कारण बताओ नोटिस जारी
जांच प्रतिवेदन के आधार पर औषधि अनुज्ञापन अधिकारी ने सभी दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए। समयसीमा में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया या समय पर प्रस्तुत नहीं किया गया, तो संबंधित मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस को निलंबित या निरस्त किए जाने की कार्रवाई की जाएगी। चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा
प्रशासन ने साफ किया है कि जिले में दवाओं की गुणवत्ता और नियमों के पालन को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियमों की अनदेखी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
छिंदवाड़ा जिले में दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर मेडिकल स्टोर्स की औचक जांच की गई। इस दौरान कई दुकानों पर गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इंसानों और पशुओं की दवाएं एक ही जगह रखी मिलीं। कुछ दुकानों में एक्सपायरी दवाएं भी बिक्री के लिए रखी थीं। कार्रवाई के दौरान कोडीन युक्त दवाओं की संदिग्ध मात्रा में खरीद भी सामने आई है। इंसानों और जानवरों की दवाएं एक जगह
जांच में वार्ड 30 के चित्रकूट कॉम्प्लेक्स के पीछे स्थित लालानी फार्मा में वेटरनरी और ह्यूमन मेडिसिन एकसाथ संग्रहीत पाई गईं। यह गंभीर उल्लंघन माना जाता है। वहीं एक्सपायरी दवाएं भी स्टॉक में मिलीं, जिन्हें हटाया नहीं गया था। कोडीन युक्त दवाओं की संदिग्ध खरीद
स्टोर की खरीद-बिक्री रजिस्टर जांचने पर कोडीन युक्त दवाओं की बड़ी मात्रा में खरीद दर्ज मिली, जबकि क्षेत्र में उसका कोई बड़ा खपत नहीं मिला। इससे दवाओं के दुरुपयोग का संदेह बना हुआ है। दस्तावेजों की पुष्टि की जा रही है। इन दुकानों पर भी मिली गड़बड़ी
औषधि निरीक्षक की कार्रवाई में अमित मेडिकल स्टोर्स (चांदामेटा), अरिहंत मेडिकल (अमरवाड़ा), भारत मेडिकल एजेंसी (छिंदवाड़ा), ईश्वरम्मा मेडिकल एंड सर्जिकल (छिंदवाड़ा) और उज्ज्वल मेडिकल स्टोर्स (परसिया) को भी नियमों के उल्लंघन का दोषी पाया गया है। इन पर औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की नियमावली 1945 के नियम 65 के उल्लंघन का आरोप है। कारण बताओ नोटिस जारी
जांच प्रतिवेदन के आधार पर औषधि अनुज्ञापन अधिकारी ने सभी दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए। समयसीमा में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। यदि जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया या समय पर प्रस्तुत नहीं किया गया, तो संबंधित मेडिकल स्टोर्स के लाइसेंस को निलंबित या निरस्त किए जाने की कार्रवाई की जाएगी। चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा
प्रशासन ने साफ किया है कि जिले में दवाओं की गुणवत्ता और नियमों के पालन को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और नियमों की अनदेखी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।