तेलंगाना-आंध्र में भारी बारिश और बाढ़ से 33 की मौत; गुजरात में कोस्ट गार्ड के हेलिकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, 3 क्रू मेंबर्स अभी भी लापता

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में पिछले 3 दिनों से भारी बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ आ गई है। दोनों राज्यों में अब तक 33 लोगों की मौत होगई है। इनमें 17 लोग आंध्र और 16 तेलंगाना के थे। सोमवार (2 सितंबर) की दोपहर तक लगभग 432 ट्रेनें कैंसिल की गईं। 139 ट्रेनों को डायवर्ट किया गया।
दूसरी तरफ, गुजरात के पोरबंदर में एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर (ALH) पर सवार 3 क्रू मेंबर्स लापता हो गए हैं। हेलिकॉप्टर 2 सितंबर की रात 11 बजे पोरबंदर से 45 किलोमीटर दूर मोटर टैंकर हरि लीला से एक घायल क्रू मेंबर को निकालने गया था।इस बीच हेलिकॉप्टर को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी और वह समुद्र में गिर गया। उस पर चालक दल के 4 सदस्य सवार थे। इनमें एक का रेस्क्यू किया गया है। इंडियन कोस्ट गार्ड ने रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 4 जहाज और 2 विमान भेजे हैं। ALH ने गुजरात में हाल ही में आए चक्रवाती मौसम के दौरान 67 लोगों की जान बचाई थी।
आंध्र प्रदेश में करीब 4.5 लाख लोग बारिश और बाढ़ से प्रभावित हैं। विजयवाड़ा, एनटीआर, गुंटूर, कृष्णा, एलुरु, पालनाडु, बापटला और प्रकाशम में हालात सबसे बुरे हैं। SDRF की 20 और NDRF की 19 टीमें राहत और बचाव में लगी हैं। विजयवाड़ा में 24 घंटे से ज्यादा समय तक बिजली गुल रहने से जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है।
CM चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि उन्होंने अपने 50 साल के पॉलिटिकल करियर में यह सबसे बड़ी त्रासदी देखी है। हुदहुद और तितली साइक्लोन की तुलना में पिछले तीन दिनों की बारिश से ज्यादा नुकसान हुआ है। CM नायडू ने बताया कि हेलिकॉप्टरों , ड्रोन, नावों, ट्रैक्टरों और वैन के जरिए लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है।
तेलंगाना सरकार ने सोमवार को बताया कि बारिश-बाढ़ से राज्य को कुल 5438 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। 110 रिलीफ कैंप बनाए गए हैं। इनमें 4000 से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं। लगातार बारिश के कारण खम्मम के प्रकाश नगर में मुन्नरू नदी का जलस्तर बढ़ गया है। खम्मम के कलेक्टर मुजम्मिल खान ने कहा कि पिछले 30 सालों में ऐसी बाढ़ नहीं आई है।
गुजरात के सूरत और भरूच जिलों में आज भारी बारिश का रेड अलर्ट है। IMD ने अगले 3 दिनों में गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। पूर्णा और अंबिका सहित 10 नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। 132 जलाशय ओवरफ्लो होने की कगार पर हैं। बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट है। पिछले कुछ दिनों में वडोदरा में बाढ़ प्रभावित इलाकों से 20,000 लोगों को निकाला गया है। 6,330 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। कुल 2,894 किलोमीटर सड़कों में से लगभग 139 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
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