टिकट बंटवारे में भूपेंद्र हुड्डा को यूं ही नहीं मिला अपर हैंड, 78 टिकटों के पीछे की यह है कहानी

Sep 13, 2024 - 17:17
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 टिकट बंटवारे में भूपेंद्र हुड्डा को यूं ही नहीं मिला अपर हैंड, 78 टिकटों के पीछे की यह है कहानी

हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस फूंक फूंक कर कदम रख रही है। चुनाव से पहले की स्थितियां ऐसी बनी कि कांग्रेस को कहना पड़ा की किसी भी सांसद को सियासी मैदान में नहीं उतारा जाएगा। इसके पीछे भी एक बड़ा सियासी संदेश छिपा हुआ था। इसके बाद भी कांग्रेस हरियाणा में चुनाव जीतने की दशा में या उससे पहले मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर खुली और दबी जुबान में कुछ भी कहने से बच रही है। वही हरियाणा में कांग्रेस का टिकट बंटवारे को लेकर जिस तरीके से पार्टी ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ओपन हैंड दिया, उससे सियासी गलियारों में कई तरीके के कयास लगाए लगाए जा रहे हैं

हरियाणा विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस नेतृत्व ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को टिकट बंटवारे में फ्री हैंड दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों का दावा है कि यहां की 90 सीटों में से 78 सीटों पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद से प्रत्याशी उतारे गए हैं। इससे पहले भी लोकसभा के चुनावों में भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सलाह पर जिताऊ प्रत्याशियों को सियासी मैदान में उतारा गया था। जिसका नतीजा पार्टी के हिस्से में फायदे के तौर पर सामने आया था। कांग्रेस पार्टी से जुड़े कुछ वरिष्ठ नेताओं ने दबी जुबान से इस बात को मना है कि इसी आधार पर विधानसभा के चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सलाह को प्राथमिकता दी गई। यही वजह है कि पार्टी के अपने तमाम सर्वे और वरिष्ठ नेताओं और पूर्व मुख्यमंत्री की सलाह पर सबसे ज्यादा टिकट दिए हैं।

हरियाणा विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस नेतृत्व ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को टिकट बंटवारे में फ्री हैंड दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों का दावा है कि यहां की 90 सीटों में से 78 सीटों पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पसंद से प्रत्याशी उतारे गए हैं। इससे पहले भी लोकसभा के चुनावों में भी मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सलाह पर जिताऊ प्रत्याशियों को सियासी मैदान में उतारा गया था।

हालांकि, कांग्रेस पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि पार्टी ने जो भी प्रत्याशी सियासी मैदान में उतारे हैं वह पूरी प्रक्रिया के बाद और जिताऊ प्रत्याशी के तौर पर ही उतारे गए हैं। कांग्रेस की केंद्रीय कमेटी और वरिष्ठ नेताओं की सहमति के साथ हरियाणा में जीत कर सरकार बनाने वाले जिताऊ प्रत्याशियों को ही चुनाव लड़ने के लिए मैदान में भेजा गया है। कांग्रेस के हरियाणा प्रभारी दीपक बावरिया ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि टिकट बंटवारे में किसी तरीके का कोई कोटा नहीं चलेगा। चुनाव जीतने के लिए वही प्रत्याशी मैदान में उतारे जाएंगे जो जिताऊ होंगे। पार्टी ने इसका पूरा ध्यान रखकर ही प्रत्याशियों का चयन किया है।


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