यूपी-एमपी में कांग्रेस-सपा साथ लड़ेगी चुनाव, प्रियंका की एंट्री के बाद यूपी में बनी बात

एजेंसी, लखनऊ/भोपाल
यूपी में सपा और कांग्रेस के गठबंधन के बाद अब मप्र में भी दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर सहमति बनी है। डील के तहत मप्र की एक सीट सपा को दी गई है। कांग्रेस ने मप्र में सपा को खजुराहो की सीट देने का फैसला किया है। उधर, यूपी में सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन तय हो गया है। राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के तेवर बदले हुए थे। इस बीच सपा ने राजाभैया से बात की। इसके बाद वाराणसी से उम्मीदवार देकर कांग्रेस को साफ संकेत दे दिया। ऐसे में सपा का कैंडिडेट आने के बाद माहौल गरमा गया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की एंट्री हुई। उन्होंने अखिलेश से चर्चा कर मनाया। अखिलेश वार्ता के बाद मान गए। कांग्रेस के 17 सीटों पर मैदान में उतरने की चर्चा है।
कांग्रेस को मिल सकती है ये सीटें
सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर सहमति बन गई है। सूत्रों के मुताबिक, सपा ने कांग्रेस को 17 सीटों पर सहमति दी है। पहले कांग्रेस 20 से 22 सीटें मांग रही थी। हालांकि, मामला मुरादाबाद सीट पर अटका हुआ था। 2019 में मुरादाबाद सीट सपा की झोली में गई थी। यहां से डॉ. एसटी हसन सांसद हैं। सपा यह सीट किसी भी स्थिति में कांग्रेस को देने को तैयार नहीं थी। प्रियंका गांधी की एंट्री के बाद यह मामला सुलझ गया है। कांग्रेस-सपा गठबंधन होने की स्थिति में मिलने वाली सीटों -शेष पेज 7 पर
कांग्रेस को मिल सकती है ये सीटें
पर निर्णय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, गठबंधन के तहत कांग्रेस को बांसगांव, सहारनपुर, देवरिया, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, मथुरा, सीतापुर, गाजियाबाद, बाराबंकी, फतेहपुर सिकरी, रायबरेली, अमेठी और कानपुर लोकसभा सीट दी गई है। अखिलेश पश्चिमी यूपी में राहुल गांधी की न्याय यात्रा में भी शामिल हो सकते हैं। गठबंधन फाइनल होने और सीट बंटवारे के बाद ही अखिलेश ने राहुल की यात्रा में शामिल होने की बात कही थी। अखिलेश यादव ने मुरादाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि यूपी में सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस से कोई विवाद नहीं है। दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा। अखिलेश ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल नहीं होने के सवाल पर कहा कि अंत भला तो सब भला। बाकी आप लोग समझदार हैं।
एमपी में बदलेंगे समीकरण
इधर, कांग्रेस-सपा के बीच गठबंधन के बाद मप्र में समीकरण बदलते नजर आएंगे। सिर्फ एक सीट खजुराहो में सपा प्रत्याशी होगा, जबकि शेष 28 सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी होंगे। सपा-कांग्रेस के गठजोड़ से एमपी में बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सकती है। उधर, सपा के खाते में गई खजुराहे सीट बीजेपी की परंपरागत सीट रही है। यहां से बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा सांसद हैं। मप्र में लोकसभा की 29 सीटें हैं। हालांकि, यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी-कांग्रेस के बीच होता है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने यहां की 29 में से 28 सीटें जीती थीं। कांग्रेस सिर्फ एक ही सीट जीत पाई थी।
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