यह राष्ट्रपति भी आए हैं महाकाल की नगरी, डॉ. प्रसाद के ऐसा करने से सब हो गए थे हैरान जानिए क्या थी पूरी बात
आज गुरुवार (19 सितंबर) को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उज्जैन आ रही हैं। वे यहां महाकालेश्वर मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करेंगी। साथ ही इंदौर-उज्जैन सिक्स लेन के भूमि पूजन कार्यक्रम और स्वच्छता कर्मियों के सम्मान समारोह में भी शामिल होंगी। द्रौपदी मुर्मू देश की 10वीं राष्ट्रपति हैं जो उज्जैन आ रही हैं। इससे पहले रामनाथ कोविंद, प्रणब मुखर्जी, प्रतिभा पाटिल, केआर नारायणन, शंकर दयाल शर्मा, आर वेंकटरमण, ज्ञानी जैल सिंह, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. राजेंद्र प्रसाद भी उज्जैन आ चुके हैं। राष्ट्रपति मुर्मू उज्जैन दोरे के लेकर महाकाल मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया है। मंदिर में एक ग्रीन रूम भी तैयार किया जाएगा।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने तोड़ा था प्रोटोकॉल
ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन की अभिलाषा और अखिल भारतीय कालिदास समारोह की ख्याति देश तत्कालीन राष्ट्रपतियों को उज्जैन आने के लिए खींचती रही है। आमतौर पर प्रोटोकॉल के कारण राष्ट्रपति किसी के घर नहीं जाते, लेकिन 1958 के कालिदास समारोह के उद्घाटन के दौरान डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने यह प्रोटोकॉल तोड़ दिया था। वे पद्मभूषण साहित्याचार्य पंडित सूर्यनारायण व्यास से मिलने उनके घर गए थे। इस दौरान डॉ. प्रसाद ने उनके परिवार के साथ भोजन भी किया था। इससे सुरक्षा एजेंसिंया भी हैरान रह गईं थी। वहीं, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल साल 2008 में अपने भाई रंजीत सिंह के घर उद्घाटन समारोह में आई थीं, लेकिन पहले उनके कार्यक्रम में महाकालेश्वर मंदिर जाने का कार्यक्रम नहीं जुड़ा था।
झांझ-डमरू की ध्वनि प्रस्तुत होगी
आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर अभिषेक-पूजन करेंगी। इस अवसर पर भस्मरमैया भक्त मंडल द्वारा झांझ-डमरू की मंगल ध्वनि प्रस्तुत की जाएगी। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति के स्वागत के लिए मंदिर को फूलों से सजाया गया है। परिसर में रेड कारपेट बिछाया गया है। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल मंगु भाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मौजूद रहेंगे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम, इतने अफसर तैनात
राष्ट्रपति के आगमन से पहले सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। उज्जैन के आसपास के जिलों की पुलिस भी सतर्क कर दिया गया है। राष्ट्रपति के काफिले के मार्ग पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, उनकी सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है। राष्ट्रपति की सुरक्षा में नौ आईपीएस, 15 डीएसपी, 25 इंस्पेक्टर, 20 टीआई, और 1500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। कार्यक्रम स्थल पर केवल पासधारकों को ही प्रवेश की अनुमति है। राष्ट्रपति के आगमन के मार्ग से सड़क किनारे लगे ठेले-गुमटियों को हटा दिया गया है।
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