हवा-आंधी से जमीन पर गिरी 11 केवी बिजली लाइन:करंट लगने से किसान और 2 भैंसों की मौके पर मौत; रीवा के चटेह में हादसा

रीवा के जवा तहसील के ग्राम चटेह में मंगलवार सुबह करीब 7 बजे जमीन पर लटक रही बिजली की तार की चपेट में आने से 59 वर्षीय किसान गोपीकृष्ण मिश्रा की मौत हो गई। हादसे में उनकी दो भैंसें भी मर गईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को आए आंधी-तूफान में कई पेड़ों के साथ बिजली के पोल और लाइनें टूट गई थीं। इसमें चटेह गांव के पास से गुजर रही 11 केवी की विद्युत लाइन भी टूटकर जमीन पर गिर गई थी। गोपीकृष्ण मिश्रा जब सुबह अपनी भैंसों को चराने ले जा रहे थे, तब वे इसी लाइन की चपेट में आ गए। लोगों ने बिजली कंपनी पर लगाए लापरवाही के आरोप स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह दुर्घटना बिजली कंपनी की लापरवाही का नतीजा है। उनका कहना है कि यदि समय रहते पावर सप्लाई बंद कर दी गई होती तो यह हादसा टल सकता था। ग्रामीणों ने विभाग पर लंबे समय से मरम्मत कार्य न कराने और मरम्मत के नाम पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग मृतक के परिजन दिनेश मिश्रा ने बताया कि गोपीकृष्ण खेती और डेयरी व्यवसाय से परिवार का भरण-पोषण करते थे। उन्होंने प्रशासन से 10 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। साथ ही दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बिजली लाइनों की नियमित जांच की मांग की है। जांच में जुटी पुलिस परिजनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करेंगे। जवा थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

May 20, 2025 - 14:58
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हवा-आंधी से जमीन पर गिरी 11 केवी बिजली लाइन:करंट लगने से किसान और 2 भैंसों की मौके पर मौत; रीवा के चटेह में हादसा
रीवा के जवा तहसील के ग्राम चटेह में मंगलवार सुबह करीब 7 बजे जमीन पर लटक रही बिजली की तार की चपेट में आने से 59 वर्षीय किसान गोपीकृष्ण मिश्रा की मौत हो गई। हादसे में उनकी दो भैंसें भी मर गईं। स्थानीय लोगों ने बताया कि सोमवार को आए आंधी-तूफान में कई पेड़ों के साथ बिजली के पोल और लाइनें टूट गई थीं। इसमें चटेह गांव के पास से गुजर रही 11 केवी की विद्युत लाइन भी टूटकर जमीन पर गिर गई थी। गोपीकृष्ण मिश्रा जब सुबह अपनी भैंसों को चराने ले जा रहे थे, तब वे इसी लाइन की चपेट में आ गए। लोगों ने बिजली कंपनी पर लगाए लापरवाही के आरोप स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि यह दुर्घटना बिजली कंपनी की लापरवाही का नतीजा है। उनका कहना है कि यदि समय रहते पावर सप्लाई बंद कर दी गई होती तो यह हादसा टल सकता था। ग्रामीणों ने विभाग पर लंबे समय से मरम्मत कार्य न कराने और मरम्मत के नाम पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग मृतक के परिजन दिनेश मिश्रा ने बताया कि गोपीकृष्ण खेती और डेयरी व्यवसाय से परिवार का भरण-पोषण करते थे। उन्होंने प्रशासन से 10 लाख रुपए के मुआवजे की मांग की है। साथ ही दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए बिजली लाइनों की नियमित जांच की मांग की है। जांच में जुटी पुलिस परिजनों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन करेंगे। जवा थाना पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

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