भोपाल में GIS की तैयारियां जोरों पर, कांग्रेस ने उठाए सवाल

भोपाल में GIS की तैयारियां जोरों पर, कांग्रेस ने उठाए सवाल
भोपाल में आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (GIS) की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। समिट के लिए पूरे शहर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है, और राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस समिट के जरिए मध्यप्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित किया जाएगा। लेकिन वहीं, कांग्रेस पार्टी ने इस समिट के वादों और दावों को लेकर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस ने GIS के वादों और हकीकत पर पुस्तक का विमोचन किया
आज कांग्रेस पार्टी ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के वादों, दावों और वास्तविकता पर आधारित एक पुस्तक का विमोचन किया। इस मौके पर पार्टी ने निवेशकों की परेशानियों और पीड़ाओं को उजागर करने वाली एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार भले ही ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन करती है, लेकिन राज्य में किसी भी प्रकार का वास्तविक निवेश नहीं आ रहा है। इसके बजाय, जो निवेशक राज्य में निवेश करना चाहते हैं, उनके साथ सरकार उचित सहयोग नहीं करती और उन्हें सुरक्षित माहौल भी नहीं मिलता।
नेताप्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी उठाए सवाल
वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी सरकार पर आरोप लगाए। उनका कहना था कि मध्यप्रदेश में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां उद्योगों की स्थापना के लिए अपार संभावनाएं हैं, लेकिन राज्य सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। सिंघार ने कहा कि यदि सरकार इन क्षेत्रों पर ध्यान देती, तो राज्य को अधिक निवेश और विकास मिलता।
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का आयोजन राज्य सरकार के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने समिट के वादों और दावों की वास्तविकता पर सवाल उठाया है। कांग्रेस का यह कहना है कि सरकार के दावों और प्रयासों के बावजूद, प्रदेश में वास्तविक निवेश नहीं आ रहा है और निवेशकों को पर्याप्त सहयोग और सुरक्षा नहीं मिल रही है। इस मुद्दे पर राज्य सरकार को अब खुलकर जवाब देना होगा और यह साबित करना होगा कि GIS से प्रदेश में सही मायनों में निवेश आएगा।