जबलपुर फ्लाई ओवर की जांच पर भड़के पीडब्ल्यूडी मंत्री

जबलपुर फ्लाई ओवर की जांच पर भड़के पीडब्ल्यूडी मंत्री

प्रमुख अभियंता समेत विभागीय अफसरों को जमकर सुनाई खरी खोटी

800 करोड़ से बने ब्रिज की जांच को लेकर मुश्किल में फंसे मंत्री राकेश सिंह  

भोपाल : 800 करोड़ की लागत से बने जबलपुर एलीवेटेड फ्लाई ओवर की जांच ने लोक निर्माण विभाग मंत्री राकेश सिंह के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। सोमवार को जांच के लिए कमेटी गठित होने की जानकारी मिलने के बाद विभागीय मंत्री ने प्रमुख अभियंता केपीएस राणा समेत कई अफसरों पर जमकर नाराजगी व्यक्त की।    गौरतलब है कि मंत्री राकेश सिंह को जांच कमेटी बनाने को लेकर कोई जानकारी नही दी गई। यही वजह रही कि रविवार तक विभागीय मंत्री मीडिया कर्मियों को ऐसी किसी भी जांच कमेटी बनाएं जाने की बात से इंकार करते रहे। लेकिन सोमवार को जब प्रमुख अभियंता केपीएस राणा द्वारा जारी आर्डर विभागीय मंत्री को दिखाया गया तो वह अपने अफसरों पर भड़क उठे और उनको जमकर खरी खोटी सुनाई।

मंत्री राकेश सिंह फंसे मुश्किल में 

प्रमुख अभियंता राणा द्वारा जांच के आदेश दिए जाने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह मुश्किल में फंस गए है। उनकी परेशानी यह है कि यह फ्लाई ओवर उनके ही गृह क्षेत्र में बन रहा है, दूसरा मुश्किल यह है कि सांसद रहते हुए राकेश सिंह का यह ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसकी निगरानी स्वयं उनके द्वारा ही की जा रही थी। ऐसे में ब्रिज का काम खराब हुआ है या उसमें गड़बड़ी है तो विभागीय मंत्री पर ही सवाल उठना तय है।

मंत्री की नाराजगी से डरे जीपी वर्मा ने काटा फोन  

जांच कमेटी गठित किए जाने पर विभागीय मंत्री की नाराजगी से कमेटी में शामिल अधिकारी घबरा गए है। हालात यह है कि जांच कमेटी के अध्यक्ष बनाएं गए जीपी वर्मा ने इसकी जानकारी होने से ही इंकार कर दिया और इससे पहले दूसरा सवाल करते उन्होंने फोन ही काट दिया।  

निष्पक्ष जांच पर उठे सवाल 

जांच कमेटी के अध्यक्ष बनाएं गए जीपी वर्मा समेत चारो सदस्य मंत्री की नाराजगी के बाद खौफजदा है। ऐसे में सवाल उठता है कि यदि शिकायत हुई है तो विभागीय मंत्री के दबाव के चलते निष्पक्ष जांच कैसे होगी। 

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