स्कूली शिक्षा के इस सत्र में लागू नहीं हो पाएगा ट्रैफिक कोर्स

अनमोल संदेश, भोपाल
पिछले दिनों पुलिस परिवहन एवं प्रशिक्षण केन्द्र ने स्कूली बच्चों में ट्रैफिक सेंस को विकसित करने के लिए सिलेबस में ट्रैफिक सब्जेक्ट जोडऩे का मैटर तैयार किया था। इसके लिए यातायात जागरूकता के संबंध में बच्चों को पढ़ाने के लिए कई बिंदुओं को शामिल किया गया था। पाठ्यक्रम का रूप देने के लिए पीटीआरआई के पुलिसकर्मियों ने कई दिनों तक यातायात सब्जेक्ट को लेकर मेहनत की और इस संबंध में पाठ्यक्रम के अनुरूप पूरी जानकारी को एकत्रित किया। वहीं फिर इसे पाठयक्रम का रूप देने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग और एमपी बोर्ड के चेयरमेन को भेजा गया। 5वीं से लेकर 12वीं क्लास तक इस विषय को लागू करना प्रस्ताव में शामिल है। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी और पाठ्यक्रम को लागू करवाने वाली समिति के पदाधिकारी इस सत्र में लागू करने के पक्ष में नहीं है।
एडीजी संजीव शमी ने दिखाई रूचि
पीटीआरआई के तत्कालीन एडीजी संजीव शमी ने यातायात विषय को स्कूली पाठ्यक्रम में लागू करने की रूचि दिखाई। इस तरह का प्रस्ताव तैयार करवाया। इसके लिए उन्होने पीटीआरआई के अमले को ट्रैफिक सब्जेक्ट को स्कूली शिक्षा के हिसाब से तैयार करने का जिम्मा सौंपा ताकि इसी सत्र 2024 में स्कूली बच्चों के लिए यातायात विषय पढ़ाया जा सके। पुलिस अमले ने यातयात विषय को बच्चों के मेंटल लेवल के आधार पर तैयार कराने दिन रात मेहनत की। लेकिन अब ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे पुलिस की उनकी मेहनत में पानी फिर गया हो। क्योंकि यह तो तय हो गया कि इस सत्र में यातयात विषय पाठ्यक्रम में नहीं जुड़ पाएगा। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब पीटीआरआई ने इस प्रस्ताव पहले ही स्कूल शिक्षा विभाग को भेज दिया तो फिर यातायात विषय का पाठ्यक्रम तैयार कर उसे लागू करने की तत्परता क्यों नहीं दिखाई।
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