बिहार के नवादा में महादलितों के 34 घर जलाए जाने का क्या है मामला?

Sep 20, 2024 - 12:36
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बिहार के नवादा में महादलितों के 34 घर जलाए जाने का क्या है मामला?

शोभा देवी चार महीने की गर्भवती हैं.....मैं जब उनसे मिली तो शाम के चार बज रहे थे. अपने बढ़े हुए पेट के आकार को दुपट्टे से छुपाए शोभा नवादा के डीएम आशुतोष कुमार वर्मा और एसपी अभिनव धीमान के भारी भरकम प्रशासनिक अमले से कुछ दूर खड़ी हैं.

वो बताती हैं, “सुबह थोड़ी फरी (लइया) मिली थी, वही खाकर आज का दिन कटा है. पूरा घर जल गया. आधार कार्ड, वोटर कार्ड, गेहूँ, चावल, सारा कपड़ा लत्ता जल गया. अब इन सब की चिंता करें कि पेट के बच्चे की?”

बिहार के नवादा की शोभा देवी उनमें से एक हैं, जिनका घर कथित तौर पर दबंगों ने जला दिया.बीती 18 सितंबर की शाम को घटी इस घटना में दबंगों ने मांझी और रविदास समुदाय से आने वाले कुल 34 परिवार के घर जला दिए थे.नवादा एसपी अभिनव धीमान ने बीबीसी को बताया, “ इस मामले में नंदू पासवान सहित 28 नामजद अभियुक्त हैं, जिनमें से 15 लोगों की गिरफ़्तारी हो चुकी है. अभियुक्तों के पास से 3 देसी कट्टा, 6 बाइक, 3 कारतूस, 1 पिलेट बरामद हुई है. बाक़ी अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. पीड़ित पक्ष और अभियुक्तों के बीच ज़मीनी विवाद चल रहा था.”

क्या है पूरा मामला

ये मामला बिहार के नवादा ज़िले के मुफ़स्सिल थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले देदौर गाँव का है. यहाँ नदी किनारे बसे दलित टोले के 34 घर को आग लगाकर कथित दबंगों ने जला दिया.

लक्ष्मनीया देवी का घर भी जल चुका है. अपने जले हुए घर (फूंस की झोपड़ी) के सामने वो खाट लगाए बैठी हैं. वो अपने रिश्तेदारों के यहाँ से आए पुराने कपड़ों की पॉलीथीन को अस्त होते सूरज की बची खुची रोशनी में देख रही है.

मुझको देखते ही लक्ष्मनीया आँख झुकाकर धीरे से कहती है कि उन्होंने कभी पुराने कपड़े नहीं पहने.

घटना के बारे में वो बताती हैं, “शाम के वक़्त नंदू पासवान, फेकन, नगीना, नागेश्वर पासवान (सभी अभियुक्त) अपने लोगों के साथ आया और सब घरों पर पेट्रोल डालकर लहकाने (जलाने) लगा. हम सब लोग अपना जीवन लेकर भागे यहाँ से. वापस आए तो मेरा आधार कार्ड, पासबुक, 15 हज़ार रुपए, कपड़ा लत्ता सब जल गया. पति को पैर में पैरालिसिस मारे हुए है. उसकी 10 हज़ार की दवा हम बोधगया से लाए थे. वो भी जल गई.”विजय कुमार रविदास का घर भी जल गया है. जले हुए घर के बाहर रखे बर्तनों में जलने के चलते पीले पड़ चुके चावल, दाल और आटा रखा है. एक एल्यूमीनियम की छोटी तश्तरी में उन्होनें अपनी जली हुई एक मुर्गी प्रशासन के लिए सबूत के तौर पर रख छोड़ी है.वो कहते है, “मेरी औरत तीनों बच्चों को खाना खिला रही थी. उसी बीच सड़क से 200 आदमी फ़ायरिंग करते हुए आए. मेरी औरत ने ये देखा तो डर गई और तीनों बच्चों को लेकर भाग गई. हम लोन का पैसा लौटाने के लिए घर में पैसा रखे हुए थे, वो सब जल गया.”

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