आलीराजपुर की आम मंडी में किसानों को मिलेगा उचित मूल्य:राजस्व और उद्यानिकी विभाग की निगरानी में मंडी, 45 रुपए प्रति किलो तक बिका आम, तोल कांटे की व्यवस्था होगी

मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी देशी आम की मंडी आलीराजपुर में किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रशासन ने कदम उठाए हैं। कलेक्टर अभय अरविंद बेडेकर को शिकायत मिली थी कि आम मंडी में आढ़तियों से व्यापारी सीधे खरीद कर रहे हैं, जिससे किसानों को सही लाभ नहीं मिल रहा है। सोमवार को कलेक्टर ने मंडी का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की। किसानों की शिकायतों के बाद उन्होंने कृषि उपज मंडी के सचिव और आम के दलालों को फटकार लगाई। इसका असर मंगलवार को देखने को मिला, जब किसानों को आम का बेहतर मूल्य मिलना शुरू हुआ। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक कैलाश चौहान के अनुसार, अच्छी क्वालिटी के आम का मूल्य 45 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। कलेक्टर ने बताया कि पहले ढेरी से माल बिक रहा था, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा था। अब राजस्व और उद्यानिकी विभाग की टीम मंडी की देखरेख कर रही है। क्लास डी श्रेणी की इस मंडी में अब तक ढेरी से तौल होती थी। प्रशासन जल्द ही तोल कांटे की व्यवस्था करेगा, जिससे किसानों की उपज की सटीक तौल हो सके। कलेक्टर ने सभी दलालों की बैठक बुलाई है, जिसमें उन्हें किसानों को उचित मूल्य देने के निर्देश दिए जाएंगे।

May 20, 2025 - 14:58
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आलीराजपुर की आम मंडी में किसानों को मिलेगा उचित मूल्य:राजस्व और उद्यानिकी विभाग की निगरानी में मंडी, 45 रुपए प्रति किलो तक बिका आम, तोल कांटे की व्यवस्था होगी
मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी देशी आम की मंडी आलीराजपुर में किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए प्रशासन ने कदम उठाए हैं। कलेक्टर अभय अरविंद बेडेकर को शिकायत मिली थी कि आम मंडी में आढ़तियों से व्यापारी सीधे खरीद कर रहे हैं, जिससे किसानों को सही लाभ नहीं मिल रहा है। सोमवार को कलेक्टर ने मंडी का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की। किसानों की शिकायतों के बाद उन्होंने कृषि उपज मंडी के सचिव और आम के दलालों को फटकार लगाई। इसका असर मंगलवार को देखने को मिला, जब किसानों को आम का बेहतर मूल्य मिलना शुरू हुआ। उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक कैलाश चौहान के अनुसार, अच्छी क्वालिटी के आम का मूल्य 45 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है। कलेक्टर ने बताया कि पहले ढेरी से माल बिक रहा था, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा था। अब राजस्व और उद्यानिकी विभाग की टीम मंडी की देखरेख कर रही है। क्लास डी श्रेणी की इस मंडी में अब तक ढेरी से तौल होती थी। प्रशासन जल्द ही तोल कांटे की व्यवस्था करेगा, जिससे किसानों की उपज की सटीक तौल हो सके। कलेक्टर ने सभी दलालों की बैठक बुलाई है, जिसमें उन्हें किसानों को उचित मूल्य देने के निर्देश दिए जाएंगे।

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