आपके बच्चे में कई घंटे तक अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं , तो आप सावधान हों जाऐं क्योंकि शोध से पत्ता चला है कि, उनके आत्महत्या करने की संभावना अधिक होती है
आजकल स्मार्टफोन, लैपटॉप और अन्य गैजेट्स का जमाना बन गया है। बड़े बच्चे भी उनके साथ कई घंटे बिता रहे हैं. ऐसे कई बच्चे और वयस्क हैं जो थोड़ी देर फोन पर न रहने पर बेचैन हो जाते हैं। इसके बिना कुछ समय गुजारना भी उनके लिए बहुत मुश्किल होता है। इस संबंध में एक शोध में बड़ा खुलासा हुआ है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्मार्टफोन की लत मानसिक बीमारी का कारण बन सकती है। इस अध्ययन में कहा गया है कि जो लोग दिन में चार घंटे से अधिक समय तक अपने फोन का इस्तेमाल करते हैं, उनके मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और वे इसके आदी हो सकते हैं। इसलिए, इसका उपयोग सावधानी और संयम के साथ किया जाना चाहिए। आइए जानते हैं बच्चों में फोन की लत के नकारात्मक प्रभावों के बारे में
अध्ययन के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में युवाओं में मोबाइल फोन का क्रेज काफी बढ़ा है, खासकर नाबालिगों और किशोरों में। जिसका सीधा असर उनके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। इसके साथ ही कई अन्य समस्याएं भी हैं.
बच्चों के स्वास्थ्य पर स्मार्टफोन का प्रतिकूल प्रभाव
1. अनिद्रा और नींद से जुड़ी समस्याएं
2. आंखों से जुड़ी समस्याएं
3. मस्कुलोस्केलेटल विकार
कोरिया में हन्यांग यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर की एक टीम द्वारा किए गए अध्ययन में 50,000 से अधिक नाबालिगों के डेटा का विश्लेषण किया गया। इस अध्ययन के अनुसार, जो नाबालिग दिन में 4 घंटे से ज्यादा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, उनमें तनाव की समस्या अधिक होती है। ऐसे लोगों में आत्महत्या के विचार भी आम होते हैं।
स्मार्टफोन की लत बहुत खतरनाक है. ओपन-एक्सेस जर्नल पीएलओएस वन में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि जो किशोर दिन में 1 से 2 घंटे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें उनका अधिक इस्तेमाल करने वालों की तुलना में कम समस्याएं होती हैं।
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