माता पीतांबरा के प्राकट्य स्थल की खोज पूर्ण हुई, जयंती पर माता का हरिद्रा जल से स्नान

अनमोल संदेश, बैतूल
जिला मुख्यालय से 33 किमी दूर स्थित ग्राम सावंगी में आगामी 16 मई को पीतांबरा माता का जन्मोत्सव सनातन धर्मं प्रचार प्रसार सेवा संस्थान म.प्र द्वारा धूमधाम से मनाया जाएगा। उल्लेखनीय है वर्ष 2022 में पीतांबरा माता मन्दिर की स्थापना की नींव रखी गई, तद्पश्चात वर्ष 2023 में सिवनी के महंत सदगुरुदेव डॉ.सत्यनारायण गिरी महाराज द्वारा मां बगलामुखी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की गई हैं।
मां बगलामुखी मन्दिर सावंगी के सिद्ध साधक रविन्द्र मानकर को माता बगलामुखी की स्वप्न में प्रेरणा हुई। माता पीताम्बरा देवी ने सौराष्ट्र काठियावाड़ स्थित हरिद्रा सरोवर के स्थान की खोज कर वहां से जल लाकर माता का स्नान और प्रसादी वितरण कर माता का प्राकट्य महोत्सव मनाने का कहा। माता पीताम्बरा कृपा से आचार्य रविन्द्र ने जूनागढ़ जिले के भट्ट बावडी गांव में स्थित माता बगलामुखी के प्राकट्य स्थल की खोज की और वहां पहुंचकर माता पीताम्बरा की 400 वर्षों से पूजा आराधना कर रही पीढ़ी की साधिका गायत्री भट्ट से आध्यात्मिक सत्संग संपन्न हुआ।
इसके बाद माता बगलामुखी के दर्शन पूजा आराधना के बाद माता के हरिद्रा सरोवर जल लेकर सावंगी लौटे। इससे पूर्व भी भट्ट बावडी गांव की तपोभूमि को पुणे के बाबा गोरखनाथ के अनन्य भक्त रघुनाथ येमुल और अहमदाबाद निवासी गुरुजी महेन्द्रभाई रावल द्वारा मां बगलामुखी प्राकट्य स्थली बताया जा चुका हैं। माता बगलामुखी के भक्त अजय पानकर ने बताया कि इस अवसर पर माता का हरिद्रा सरोवर के जल से स्नान होगा, जिसके बाद अत्यंत सुंदर पीताम्बरा श्रृंगार किया जाएगा।
विशेष प्रकार के पीले वस्त्र एवं चुनरी के साथ साथ, फूलों से भी अत्यंत सुंदर श्रृंगार किया जाएगा। माता बगलामुखी मन्दिर में माता यज्ञ संपन्न होने के बाद माता पीताम्बरा देवी का विशाल भंडारा आरंभ होगा। माता बगलामुखी पीठ सावंगी में विराजी माता बगलामुखी के स्वरूप पर ही तैयार 72 पीतल मूर्ति विग्रह कों मां बगलामुखी अनुष्ठान से सिद्ध किया जाएगा, जो विग्रह माता के सिद्धपीठ से जुड़े साधकों के घर में विराजमान होगी। माता बगलामुखी सिद्धपीठ मन्दिर से जुड़े राज बारस्कर, विजय प्रजापति आदि लोग शामिल हैं।
, गोपाल खातरकर, सुनील चढ़ोकार, दीपक मालवीय, पवन मालवीय, गोपाल घोरसे, कमलेश लोखंडे इत्यादि साधक भक्तों द्वारा माता की जयंती की विशेष तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया मां पीतांबरा की पूजा अर्चना, मंत्र जाप, हवन अनुष्ठान आदि से सर्वमनोकामना पूरी होती है, वैभव समृद्धि प्राप्त होती है।
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