कल धुलेंडी पर होगी रंगों की बौछार

अनमोल संदेश, खंडवा
होली दहन के एक दिन पूर्व शनिवार को खरीदी करने बड़ी संख्या में ग्रामीण खण्डवा पहुंचे। शनिवार को रंग गुलाल तरह-तरह की पिचकारियां और होली के परंपरागत हार कंगन आदि खरीदे गये। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि होली का बाजार पुरी तरह सज चुका है। नन्हे बच्चे होली की खरीददारी करते उत्साहित नजर आ रहे हैं। रेडिमेड मिठाइयों का चलन इन दिनों त्यौहारों पर बढने से रसगुले और सोहन पपड़ी जैसे मिष्ठान खरीदे गये। रंगों के पर्व होली को लेकर बाजार पूरी तरह से सज गए हैं। बाजार में रंग, गुलाल व पिचकारी की दुकानों से बच्चे अपनी पसंद की पिचकारियों के साथ ही लाल व हरे रंगों की खरीदी कर रहे हैं। पर्व को लेकर होलिका दहन के एक दिन पूर्व शनिवार को बाजार में अच्छी खासी भीड़ देखी गई। बच्चों ने जहां रंग व पिचकारियां खरीदी वहीं महिलाओं ने होलिका पर चढ़ाए जाने वाले हार कंगन, फूलखारे आदि खरीदे। होलिका दहन के लिए गली-मोहल्लों में लकड़ी व कंडे एकत्रित करने की होड़ दिखने लगी है। होली पर्व को लेकर बाजार में खासी चहल-पहल रही। बाजार में ग्रामीण क्षेत्र में जहां वस्त्रों की जमकर खरीददारी हुई वहीं शहर में गांवों से आए ग्रामीणों ने रंग, पिचकारी के साथ ही अन्य आवश्यक वस्तुओं की भी जमकर खरीदी की। पर्व के पूर्व बाजार में ग्राहकी आने से व्यापारियों के चेहरों पर खुशी की चमक देखी गई। बढ़ती महंगाई के चलते लोगों ने भी अपने खर्च को सीमित कर लिया है।
रविवार को होलिका दहन समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि रविवार देर रात को होलिका दहन होगा। शहर के सभी गली-मोहल्लों व चौराहों पर होली जलाने के लिए एक माह पूर्व ही होली की स्थापना कर दी गई थी। अपनी होली अच्छी जले इस हेतु अब उसे सजाने की कवायदें तेज हो चली है। रात तक होलिका को पूरी तरह से लकडियों से सजा दिया जाएगा। देर रात अलग-अलग शुभ मुहूर्तों में बच्चे व युवा बड़े ही मस्तीभरे माहौल में पंडितों द्वारा पूजा-अर्चना कर होलिका दहन करेंगे। शहर में करीब सौ स्थानो पर होलिका दहन किया जाएगा, प्रमुख रूप से प्राचीन परंपरा अनुसार शनि मंदिर, भवानी माता, दादा जी धाम, घंटाघर,पडावा, सराफा, भगत सिंह वार्ड , बजरंग चौक, जूना राम मंदिर, अनाज मंडी, नगर निगम प्रांगण, केवल राम पेट्रोल पंप गुप्ता जी की होली के साथ कई स्थानों पर आज रात्रि में होगा होलिका दहन। पूजन होगी, चढ़ेंगे हार निमाड़ के लोक पर्व गणगौर के मूल में होलिका दहन विशेष महत्व रखता है यहीं से गौर ले जाकर माता की बाड़ी सजाई जाती है। हालिका दहन के दिन सुबह से ही होलिका माता का पूजन महिलाओं द्वारा किया जाता है। पर्व में और अधिक मिठास घोलने के उद्देश्य से हर घर में स्वादिष्ट व्यंजन जिसमें पूरन पोली के साथ विभिन्न प्रकार के पकवान बनाए जाएंगे। घर में बनाए गए इन व्यंजनों का होलिका माता को भोग लगाने के साथ ही महिलाओं द्वारा पूजन किया जाएगा। हार, कंगन सहित विभिन्न प्रकार के आभूषण होलिका पर चढ़ाए जाएंगे।
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