इंदौर में जून में लगातार दूसरे दिन पारा 41 डिग्री:सुबह बादल छाए, फिर धूप खिलने के साथ गर्मी का असर; शाम को हो सकती है बारिश

इंदौर में गुरुवार को दूसरे दिन भी जबरदस्त तपिश रही। इस दौरान पारा फिर 41 डिग्री से ज्यादा रहा। शाम को 5 बजे बादल छाए और कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम का रुख ऐसा था कि शहर के पूर्वी क्षेत्र में कई पेड़ धराशायी हो गए और कई क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। गुरुवार को भले बारिश कम हुई लेकिन तेज हवाओं के कारण बिजली के तार टूट गए। इसके लिए बिजली कंपनी की टीम जुटी और फिर रात को बिजली सप्लाय शुरू हुई। इन दिनों तेज गर्मी से लोग हलाकान हैं। गुरुवार को बारिश के दौरान थोड़ी देर राहत रही लेकिन तेज गर्मी, उमस का असर बना हुआ है। शुक्रवार भी सुबह से बादल छाए रहे और फिर धूप खिलने के साथ गर्मी का असर शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दिन में तेज गर्मी के बाद शाम को मौसम फिर बदलेगा और तेज हवा के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इस बार मई में 8 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी जबकि जून के 12 दिनों में 12 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा है। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई है। हालांकि, अब मानसून के सक्रिय होने की हल चल तेज हुईं है। ऐसे में मौसम विभाग ने 14-15 जून को मध्य और पूर्वी भारत के हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के एंटर होने की संभावना जताई है। मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था। इंदौर के जून माह का तापमान

इंदौर में जून में लगातार दूसरे दिन पारा 41 डिग्री:सुबह बादल छाए, फिर धूप खिलने के साथ गर्मी का असर; शाम को हो सकती है बारिश
इंदौर में गुरुवार को दूसरे दिन भी जबरदस्त तपिश रही। इस दौरान पारा फिर 41 डिग्री से ज्यादा रहा। शाम को 5 बजे बादल छाए और कई क्षेत्रों में तेज आंधी के साथ बारिश शुरू हो गई। मौसम का रुख ऐसा था कि शहर के पूर्वी क्षेत्र में कई पेड़ धराशायी हो गए और कई क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। गुरुवार को भले बारिश कम हुई लेकिन तेज हवाओं के कारण बिजली के तार टूट गए। इसके लिए बिजली कंपनी की टीम जुटी और फिर रात को बिजली सप्लाय शुरू हुई। इन दिनों तेज गर्मी से लोग हलाकान हैं। गुरुवार को बारिश के दौरान थोड़ी देर राहत रही लेकिन तेज गर्मी, उमस का असर बना हुआ है। शुक्रवार भी सुबह से बादल छाए रहे और फिर धूप खिलने के साथ गर्मी का असर शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि दिन में तेज गर्मी के बाद शाम को मौसम फिर बदलेगा और तेज हवा के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इस बार मई में 8 इंच से ज्यादा बारिश हुई थी जबकि जून के 12 दिनों में 12 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई है। पिछले 15 दिन से मानसून महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ में एक ही जगह पर ठहरा है। इस वजह से एमपी में इसकी एंट्री नहीं हो पाई है। हालांकि, अब मानसून के सक्रिय होने की हल चल तेज हुईं है। ऐसे में मौसम विभाग ने 14-15 जून को मध्य और पूर्वी भारत के हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के एंटर होने की संभावना जताई है। मानसून के प्रवेश की सामान्य तारीख 15 जून ही है। पिछले साल यह 21 जून को एंटर हुआ था। इंदौर के जून माह का तापमान