डीपीसी ऑडियो मामले में प्रभारी मंत्री से मिले जिपं अध्यक्ष-उपाध्यक्ष:कहा-स्कूलों की मान्यता को लेकर भी जांच हो; भोपाल कलेक्टर से जांच की मांग

भोपाल जिला शिक्षा केंद्र के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) ओपी शर्मा की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों ने भी नाराजगी जताई है। उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय मेहर ने कहा कि जिले में प्राइवेट स्कूलों की मान्यता दिलाने को लेकर बड़े स्तर पर लेन-देन हुआ है। रुपए के लेन-देन वाली कॉल रिकॉर्डिंग इसका सबूत है। डीपीसी को तुरंत हटाया जाना चाहिए। इसे लेकर अध्यक्ष प्रतिनिधि नौरंग सिंह गुर्जर, उपाध्यक्ष जाट और सदस्य मेहर ने जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप से भी मुलाकात की। उपाध्यक्ष जाट ने बताया कि प्रभारी मंत्री को पत्र सौंपकर डीपीसी को तुरंत हटाने की मांग की है। साथ ही इस मामले में कलेक्टर स्तर पर जांच कराने की भी बात कही है। ताकि, इस मामले में और कौन-कौन संलिप्त है, उनके चेहरे उजागर हो सके। बातचीत का ये ऑडियो आया था सामने... तीन दिन पहले सामने आ चुका ऑडियो बता दें कि तीन दिन पहले डीपीसी शर्मा और उनके अधीनस्थ सहायक परियोजना समन्वयक (एपीसी) वीरेंद्र चौरसिया के बीच रुपयों के लेन-देन की बातचीत का ऑडियो सामने आया था। हालांकि, डीपीसी शर्मा ने राशि लेन-देन को लेकर अपनी बात कही है। उनका कहना था कि 'ऑडियो में मेरी ही आवाज है। जिन पैसों की बात हो रही है, वो सरकारी राशि है, जो एडवांस के रूप में कर्मचारी वीरेंद्र चौरसिया को दी गई थी। मैं उसी को लौटाने की बात कह रहा हूं।' इस संबंध में मंगलवार को भी शर्मा से बात की गई। उन्होंने जनसुनवाई में होने की बात कही।

May 20, 2025 - 14:58
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डीपीसी ऑडियो मामले में प्रभारी मंत्री से मिले जिपं अध्यक्ष-उपाध्यक्ष:कहा-स्कूलों की मान्यता को लेकर भी जांच हो; भोपाल कलेक्टर से जांच की मांग
भोपाल जिला शिक्षा केंद्र के जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) ओपी शर्मा की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने पर जिला पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों ने भी नाराजगी जताई है। उपाध्यक्ष मोहन सिंह जाट, सदस्य विनय मेहर ने कहा कि जिले में प्राइवेट स्कूलों की मान्यता दिलाने को लेकर बड़े स्तर पर लेन-देन हुआ है। रुपए के लेन-देन वाली कॉल रिकॉर्डिंग इसका सबूत है। डीपीसी को तुरंत हटाया जाना चाहिए। इसे लेकर अध्यक्ष प्रतिनिधि नौरंग सिंह गुर्जर, उपाध्यक्ष जाट और सदस्य मेहर ने जिले के प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप से भी मुलाकात की। उपाध्यक्ष जाट ने बताया कि प्रभारी मंत्री को पत्र सौंपकर डीपीसी को तुरंत हटाने की मांग की है। साथ ही इस मामले में कलेक्टर स्तर पर जांच कराने की भी बात कही है। ताकि, इस मामले में और कौन-कौन संलिप्त है, उनके चेहरे उजागर हो सके। बातचीत का ये ऑडियो आया था सामने... तीन दिन पहले सामने आ चुका ऑडियो बता दें कि तीन दिन पहले डीपीसी शर्मा और उनके अधीनस्थ सहायक परियोजना समन्वयक (एपीसी) वीरेंद्र चौरसिया के बीच रुपयों के लेन-देन की बातचीत का ऑडियो सामने आया था। हालांकि, डीपीसी शर्मा ने राशि लेन-देन को लेकर अपनी बात कही है। उनका कहना था कि 'ऑडियो में मेरी ही आवाज है। जिन पैसों की बात हो रही है, वो सरकारी राशि है, जो एडवांस के रूप में कर्मचारी वीरेंद्र चौरसिया को दी गई थी। मैं उसी को लौटाने की बात कह रहा हूं।' इस संबंध में मंगलवार को भी शर्मा से बात की गई। उन्होंने जनसुनवाई में होने की बात कही।

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