अवतरण दिवस पर संतनगर में भव्य धर्म यात्रा निकली

अनमोल संदेश, संत हिरदाराम नगर
जलदेवता भगवान झूलेलालजी का अवतरण दिवस संतनगर में सिंधी समाज ने परंपरागत तरीके से मनाया। शोभा यात्रा का उत्साह मौसम का बिगड़ा मिजाज भी कम नहीं कर सका। 'आयो लाल झूलेलालÓ और सिंधियत घोष करते हुए हजारों की तादाद में लोग शोभा यात्रा में शामिल हुए। प्राचीन झूलेलाल मंदिर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुंडन संस्कार भी हुए। बारिश और बिजली के बीच सिंधु समाज के 63वें चैतीचांद उत्सव की शुरूआत करीब डेढ़ घंटे की देरी से हुई। विक्योमल सराफ हॉल में मोबाइल की रोशनी में धर्म गुरूओं ने बहिराणा साहिब की पूजा अर्चना की। आयोजन समिति के पदाधिकारियों ने पल्लव कर सभी की खुशहाली की कामना की। करीब साढ़े पांच बजे शोभा यात्रा रिमझिम फुहारों के बीच शुरू हुई, जिसमें भगवान झूलेलालजी, देवी-देवताओं और सिंधी की शान रहे महापुरुषों के स्वरूप वाली झांकियां आकर्षण का केन्द्र रहीं।
वहीं संतनगर में प्राचीन झूलेलाल मंदिर में झूलेलाल कल्याणम समित ने चैतीचांद पर कार्यक्रम का आयोजन किया। बहिराणा साहिब का प्रज्ज्वलन वेदांत संत लालसाईं, पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा व सिंधी समाज के विशिष्टजनों ने किया। लालसाईं के भजनों के अलावा सिंधी छेज पर समाज के हर वर्ग के लोग थिरके। झूलेलाल मंदिर पर मुंडन संस्कार भी हुए।
झूलेलाल मय हुआ संतनगर
शोभा यात्रा में सबसे आगे बहिराणा साहिब का भव्य रथ चल रहा था। जहां से शोभा यात्रा निकली सिंधी समाज बहिराणा साहिब का आशीर्वाद लिया। बैंड बाजों, हॉर्न साउंड, डीजे पर सिंधी भजनों ने समूचे संतनगर को झूलेलाल मय कर दिया था। शोभा यात्रा सिंधु समाज भवन से मिनी मार्केट होते हुए मुख्य मार्ग पर कालिका चौराहे से कुटिया तक निकली। सिंधी समाज के युवक सफेद कुर्ता पजामा, लाल पगड़ी और गमछे डाले हुए नाचते हुए शोभा यात्रा में चल रहे थे।
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