महासमुंदःवैक्सीनेशन किया,मानदेय के लिए अब तक इंतजार

वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए लोगो को संक्रमण के दौरान वैक्सीनेटेड किया गया। इस काम में वैक्सीन लगाने वाले वैक्सीनेटर्स की अहम भूमिका थी। वैक्सीनेटर्स अपने जान की परवाह किये बैगर लोगो को वैक्सीनेट करने मे जुटे थे। इन्ही वैक्सीनेटर्स की बदौलत आज महासमुंद जिला सौ फीसदी वैक्सीनेटेड है, लेकिन विडम्बना है कि इन वैक्सीनेटर्स को आज तक उस काम का मानदेय नही मिला। हद इस बात की है कि ये वेक्सिनेटर्स अबतक प्रशासनिक कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। इन्ही वैक्सीनेटर्स मे से एक है कुमारी गायत्री डडसेना, जो कोविड संक्रमण के दौरान अपने जान की परवाह किये बैगर लोगो को कोविड का टीका लगाया, पर इन्हे 700 रुपये प्रति दिन के हिसाब से दो माह का 44 हजार रुपये और वैक्सीन ले आने व ले जाने का मानदेय 36 हजार रुपये कुल 80 हजार रुपये आज तक नही मिला। ऐसा नही है कि, ये केवल गायत्री की कहानी है, बल्कि महासमुंद जिले के 428 लोगो का 15 लाख रुपये बाकी है, जो अपने मानदेय के लिए सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है। वही मुख्य चिकित्सा अधिकारी शासन से बजट आने के बाद भुगतान करने की बात कह रहे हैं.....
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