MP Bjp President : भोपाल आएंगे मोहन भागवत!, करेंगे प्रदेश अध्यक्ष का फैसला?
मध्यप्रदेश बीजेपी का अगला मुखिया कौन होगा? कौन बनेगा प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष? किसे मिलेगी प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी? ऐसे सवाल अब राजनीतिक गलियारों में हिचकौले खाने लगे है। खास तौरपर बीजेपी नेताओं और कार्यकार्ताओं को उत्सुकता है कि उनक नया मुखिया कौन होगा? आखिर कब होगी घोषणा नए प्रदेश अध्यक्ष की? हालांकि नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बीजेपी में हलचल शुरू हो गई है। इसी महीने मार्च में बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।

MP Bjp President : मध्यप्रदेश बीजेपी का अगला मुखिया कौन होगा? कौन बनेगा प्रदेश बीजेपी का अध्यक्ष? किसे मिलेगी प्रदेशाध्यक्ष की कुर्सी? ऐसे सवाल अब राजनीतिक गलियारों में हिचकौले खाने लगे है। खास तौरपर बीजेपी नेताओं और कार्यकार्ताओं को उत्सुकता है कि उनक नया मुखिया कौन होगा? आखिर कब होगी घोषणा नए प्रदेश अध्यक्ष की? हालांकि नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर बीजेपी में हलचल शुरू हो गई है। इसी महीने मार्च में बीजेपी को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल सकता है।
भोपाल आ रहे भागवत?
बीते दिनों केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल से लौटते वक्त मंत्री कैलाश विजयवर्गीय से शॉट सीक्रेट मीटिंग स्टेट हैंगर पर की थी। खुद अमित शाह ने विजयवर्गीय को फोन करके बुलाया था। दोनों की मुलाकात के बाद से प्रदेश बीजेपी की सियासत गर्म हो गई थी। इसी बीच बीजेपी की इंटरनल पॉलिटिक्स से एक और खबर निलकर सामने आई है। अंदर खाने की खबर है कि सरसंघचालक मोहन भागवत भोपाल आ सकते है।
दरसअल, संघ के दूसरे सबसे बड़े नेता और अनुभवी सुरेश सोनी पहले से ही प्रदेश में सक्रिय है। बीते महीनों पहले चित्रकुट में सीएम मोहन और कैलाश विजयवर्गीय सुरेश सोनी से गुप्त चर्चा कर चुके है। अब सरसंघचालक मोहन भागवत के भोपाल आने की भी खबर आने लगी है। क्योंकि संघ के विद्या भारती के पूर्णकालिक का अखिल भारतीय वर्ग भोपाल में शरू होने वाला है। जो राजधानी के शारद विहार में 3 मार्च से 8 मार्च तक चलेगा। इसी में सरसंघचालक मोहन भागवत के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
7 मार्च से पहले मिलेगा अध्यक्ष?
ऐसे में मोहन भागवत के भोपाल दौरे को नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन से जोड़कर देखा जाने लगा है। सवाल यह भी है कि भागवत अगर भोपाल आते है तो क्या उनकी चिंतन बैठक से पहले प्रदेश अध्यक्ष मिल जाएगा या फिर टाल दिया जाएगा। क्योंकि मार्च में होली का त्यौहार है। 1 मार्च से 7 मार्च तक के बीच बीजेपी को प्रदेश अध्यक्ष का फैसला करना होगा। क्योंकि 7 मार्च से 13 मार्च तक होलाष्टक रहेगा। होलाष्टक को अशुभ माना गया है। इन दिनों में कोई भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है।
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