Mohan Sarkar : अब पांच रु. में मिलेगा बिजली का ‘स्थाई कनेक्शन’

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को प्रदेश के किसानाें को कई बड़ी सौगातें दी। उन्होंने कहा कि किसानाें को अब महज 5 रुपए में ही स्थाई बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। तीन साल में तीन लाख किसानों को सोलर पंप और किसानों को प्रति वर्ष 10 लाख कनेक्शन देने का अभियान जल्दी ही शुरू होगा।

Mohan Sarkar : अब पांच रु. में मिलेगा बिजली का ‘स्थाई कनेक्शन’

Mohan Sarkar : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को प्रदेश के किसानाें को कई बड़ी सौगातें दी। उन्होंने कहा कि किसानाें को अब महज 5 रुपए में ही स्थाई बिजली कनेक्शन दिया जाएगा। तीन साल में तीन लाख किसानों को सोलर पंप और किसानों को प्रति वर्ष 10 लाख कनेक्शन देने का अभियान जल्दी ही शुरू होगा। किसानों की आय  बढ़ाने के लिए सरकार उनकी ओर से से सौर ऊर्जा से निर्मित बिजली खरीदी की भी पहल करेगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को किसान आभार सम्मेलन में मुख्यमंत्री निवास पहुंचे किसानों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के प्रत्येक अंचल से आए किसानों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत अभिवादन किया। किसानों ने मुख्यमंत्री यादव का साफा, गज माला, शॉल-श्रीफल और प्रतीक-चिन्ह के रूप में बैलगाड़ी एवं हल की प्रतिकृति भेंट कर अभिनंदन किया। कृषकों की ओर से होशंगाबाद सांसद दर्शन सिंह चौधरी ने समस्त अतिथिगण को स्मृति चिन्ह के रूप में राम दरबार भेंट किए।

उन्नत कृषि यंत्र, उन्नत बीज और कृषि व्यवस्था 

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आने वाले समय में उन्नत कृषि यंत्र, उन्नत बीज और कृषि व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए जिला स्तर पर कृषि मेले लगाए जाएंगे। वर्तमान समय की आवश्यकता के अनुसार वैश्विक स्तर पर उपलब्ध श्रेष्ठतम बीज किसानों को उपलब्ध कराए जाएंगे। 

व्यवस्था तत्काल आरंभ करने के निर्देश

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 5 रुपए में बिजली का स्थाई कनेक्शन उपलब्ध की व्यवस्था मध्य क्षेत्र से तत्काल शुरू कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध रूप से पूरे प्रदेश में किसानों को यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। किसानों को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जा रही है। 

फसल चक्र में बदलाव करें

मुख्यमंत्री ने किसानों से फसल चक्र में बदलाव का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि धान के बदले में मूंगफली और प्राकृतिक फसलों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। हमारा प्रयास है कि जैविक खेती से मप्र अपनी अलग पहचान स्थापित करें। प्रदेश में उत्पादित कपास से क्रांति आने वाली है। किसान परिवार के व्यक्ति को रोजगार देने वाली टैक्सटाइल मिलों को 5 हजार रुपए का बोनस दिया जाएगा।


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