गुप्त नवरात्र पर संबोधि में हुए विशेष अनुष्ठान

देवी आराधना के गूढ़ रहस्यों को बताया लालसाईंजी ने
अनमोल संदेश, संतनगर
गुप्त नवरात्रि पर वन ट्री हिल्स स्थित टैंपल ऑफ संबोधि में विशेष अनुष्ठान चले, जिनका समापन नवमीं पर वेदांत विचारक लालसाईं के सत्संग और भजन संध्या के साथ हुआ। अनुष्ठान में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां की आराधना की।
वेदांत विचारक लाल साईं ने साधकों को देवी आराधना के गूढ़ रहस्यों से अवगत कराया और शक्ति उपासना का महत्व समझाया। उन्होंने बताया कि गुप्त नवरात्रि एक विशेष आध्यात्मिक अनुष्ठान है, जिसमें माता आदिशक्ति के दस महाविद्या स्वरूपों की उपासना की जाती है।
उन्होंने कहा कि यह पर्व साधकों के लिए गहन तपस्या और आत्मिक उन्नति का अवसर प्रदान करता है। प्रवचन के दौरान उन्होंने देवी के विभिन्न स्वरूपों की व्याख्या करते हुए बताया कि किस प्रकार ये रूप तंत्र साधना और आध्यात्मिक जागृति के प्रतीक हैं। कार्यक्रम में उपस्थित साधकों ने साईंजी के प्रवचन से देवी आराधना के वास्तविक स्वरूप को समझा और आंतरिक शांति प्राप्त करने के मार्ग की जानकारी प्राप्त की। समापन समारोह में भक्तिमय वातावरण के बीच साधकों ने मां की आराधना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।