बारिश से गायब हुई गेहूं की चमक

अनमोल संदेश, भोपाल
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश-ओले और आंधी से इस वर्ष किसानों को गेहूं की फसल में काफी नुकसान हुआ है। जहां किसानों द्वारा अलग-अलग वैरायटी का बीज बोकर गेहूं की फसल लगाई गई थी। उसमें उनको एवरेज के मुताबिक कम मात्रा में फसल की पैदावार हुई है। साथ ही मौसम की मार से गेहूं की चमक भी कम हुई है। हालांकि सरकार ने किसानों को राहत देते हुए निर्देश दिया है कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण जिन किसानों के गेहूं की 30 फीसदी तक चमक कम हुई है उन किसानों का गेहूं उसी रेट पर खरीदा जाए। अब ऐसे में जिन किसानों की फसल थोड़ी भी खराब हुई है वे अपना गेहूं लेकर खरीदी केंद्रों में पहुंच रहे हैं।
किसानों के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष प्रति एकड़ गेहूं की फसल में 10 से 12 क्विंटल तक माल निकल रहा है, जबकि आम तौर पर 17 से 18 क्विंटल प्रति एकड़ से फसल की पैदावार होती थी। वहीं दूसरी तरफ बहुत जगहों पर गेहूं के दाने भी काफी पतले निकल रहे हैं। इसके अलावा किसानों की फसल में कचरा और खुसी, मिट्टी आदि भी सामने आ रही है। जिन किसानों की फसलें कट चुकी है, उनमें से बहुत से किसानों की फसलों में खुसी और कचरे के साथ-साथ मिट्टी भी आ रही है। जिसको साफ करने के लिए किसानों को पंखा और छन्ना लगाना पड़ रहा है।
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