सतना में त्रिकोणीय होगा मुकाबला खजुराहो में वॉकओवर जैसी स्थिति

अनमोल संदेश, भोपाल
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में चार चरणों में 29 सीटों पर मतदान होना है। इसमें से पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हो गया है। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। इन सीटों में सतना में त्रिकोणीय मुकाबला और खजुराहो में वॉकओवर जैसी स्थिति है।
प्रदेश में पहले चरण की छह सीटों पर मतदान प्रक्रिया समाप्त होने के बाद राजनीतिक दलों ने अपना फोकस दूसरे चरण की छह सीटों पर कर लिया है। दूसरे चरण में खजुराहो, दमोह, टीकमगढ़, होशंगाबाद, रीवा और सतना में 26 अप्रैल को मतदान है। इन छह सीटों में से पांच पर तो अभी भाजपा और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला है, लेकिन खजुराहो में भाजपा के सामने कोई मुख्य पार्टी नहीं है। सतना में नारायण त्रिपाठी ने मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है।
सतना में 22 प्रतिशत ब्राह्मण वोटर जीत-हार करेंगे तय
सतना लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। यहां पर भाजपा ने सांसद गणेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाह को उतारा है। वहीं, बसपा से पूर्व विधायक नारायण त्रिपाठी मैदान में है। विधानसभा चुनाव में कुशवाह ने गणेश सिंह को हराया था। अब फिर दोनों आमने-सामने है।
सीट पर 1989 से
भाजपा का दबदबा
खजुराहो में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मैदान में है। यहां पर कांग्रेस ने इंडी गठबंधन के अपने सहयोगी समाजवादी पार्टी को टिकट दी थी, लेकिन मीरा यादव का नामांकन रद्द हो गया। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी वीडी शर्मा को इस सीट पर वॉकओवर मिल गया।
कांटे की टक्कर का होगा मुकाबला
रीवा में जनार्दन मिश्रा को फिर भाजपा ने टिकट दिया है। कांग्रेस ने पार्टी के विधायक अभय मिश्रा की पत्नी नीलम मिश्रा मैदान में है। इस सीट पर भाजपा मोदी के चेहरे को आगे रखकर चुनाव लड़ रही है। वहीं, कांग्रेस को स्थानीय मुद्दों का सहारा है। जनार्दन तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
स्थानीय-बाहरी के मुद्दे पर चुनाव
टीकमगढ़ सीट पर भाजपा ने केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने पंकज अहिरवार पर दांव लगाया है। वीरेंद्र कुमार सात बार के सांसद हैं, उनके खिलाफ नाराजगी बताई जा रही है, लेकिन मोदी के नाम पर लोग भाजपा को पसंद कर रहे हैं।
भाजपा के गढ़ इसलिए पलड़ा रहेगा भारी
होशंगाबाद सीट पर भाजपा ने दर्शन सिंह को प्रत्याशी बनाया है। उनका मुकाबला कांग्रेस के संजय शर्मा से है। शर्मा दो बार के विधायक हैं। वे भाजपा में रहे हैं। वे प्रभावशाली व्यक्ति हैं, लेकिन क्षेत्र भाजपा का गढ़ है। मोदी के चेहरे का लाभ दर्शन सिंह को मिल रहा है। इस क्षेत्र की सभी आठ सीटें भाजपा के पास हैं।
पूर्व विधायक राहुल लोधी को बनाया है उम्मीदवार
दमोह में भाजपा ने कांग्रेस से गए पूर्व विधायक राहुल लोधी को उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने पूर्व विधायक तरवर सिंह लोधी को टिकट दिया है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। यहां पर लोधी वोटर निर्णायक होता है। भाजपा को मोदी का चेहरे और लोधी प्रत्याशी होने का फायदा मिल रहा है। भाजपा में जयंत मलैया और प्रहलाद पटेल गुट एकजुट होकर चुनाव लड़ रहा है।
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