Global Investors Summit : मुखिया मोहन हुए उद्योगपतियों से रू-ब-रू, दी निवेश की सलाह
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए हमारी सरकार ने जो नई निवेश नीति बनाई है, वह देश में सबसे बेहतर है, सबसे अच्छी है। आप जितने चाहे उतने उद्योग लगाइए, सरकार हर पल, हर कदम पर आपके साथ है। डॉ. यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम सहित अन्य उद्योगपतियों से चर्चा के दौरान यह बातें कहीं।

Global Investors Summit : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिए हमारी सरकार ने जो नई निवेश नीति बनाई है, वह देश में सबसे बेहतर है, सबसे अच्छी है। आप जितने चाहे उतने उद्योग लगाइए, सरकार हर पल, हर कदम पर आपके साथ है। डॉ. यादव ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास परिसर से सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम सहित अन्य उद्योगपतियों से चर्चा के दौरान यह बातें कहीं।
उन्होंने कहा कि आप जैसे चाहें वैसे उद्योग लगाएं और मुनाफा कमाएं। उन्होंने 1100 से अधिक औद्योगिक इकाईयों को 450 करोड़ रुपए से अधिक की वित्तीय प्रोत्साहन राशि पारदर्शी तरीके से डीबीटी से हस्तांतरित की। डॉ. यादव ने कार्यक्रम में ‘भोपाल एक साथ टीम’ द्वारा भोपाल की विशेषताओं पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
करे निवेश और समिट की मेजबानी
डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश और भोपाल के निवेशक बेहिचक न केवल निवेश करें, बल्कि 24-25 फरवरी को भोपाल में हो रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की मेजबानी भी करें। उन्होंने कहा कि जीआईएस भोपाल में हो रहा एक वैश्विक समागम है। सीएम ने कहा कि पुराने उद्योगों को यदि आवश्यकता होगी, तो मांगे जाने पर उन्हें नवकरणीय ऊर्जा के जरिए विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था भी की जाएगी।
उद्योगपतियों से चर्चा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में मौजूद उद्योगपतियों से चर्चा की। इंडस्ट्री एसोसिएशन के राधाशरण गोस्वामी ने कहा कि पिछले एक साल में हमारा सरकार की नीतियों पर विश्वास बढ़ा है। लघु उद्योग भारती के अतीत अग्रवाल ने कहा कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव से मप्र में अकल्पनीय औद्योगिक वातावरण तैयार हुआ है।
गोविंदपुरा औद्योगिक प्रक्षेत्र संगठन के विक्रम गौर ने कहा कि सरकार ने जो नई निवेश नीति तैयार की है, वह सबके लिए लाभकारी है। डिक्की के प्रदेश अध्यक्ष अनिल सिरवैया ने कहा कि सरकार की नई निवेश नीति में प्रदेश के समेकित विकास की झलक दिखाई देती है। मावे और लघु उद्योग भारती की प्रतिनिधि शरेणु नायक ने महिला उद्यमियों के लिए और अधिक प्रोत्साहित करने वाले प्रावधान किए जाने की मांग की।