MP में टूट रहे भीषण ठंड के रिकॉर्ड, भोपाल में 54 साल में दूसरी बार 3 डिग्री पर आया पारा

25 जनवरी 1970 के बाद अब भोपाल में पारा 3 डिग्री
भोपाल : मध्य प्रदेश में लगातार ठंड रिकॉर्ड तोड़ रही है। कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल है।लगातार चल रही बर्फीली हवाओं की वजह से एक बार फिर मध्य प्रदेश में ठंड ने यू टर्न लिया है। उत्तरी हवा के कारण ठंड के तेवर तीखे हो गए हैं।
बुधवार को मध्य प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में सबसे कम 1.6 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया है। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री पर रहा। शाजापुर में रात का तापमान 2 डिग्री तो वही सीहोर में 2.7 एवं भोपाल में 3.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया।
भोपाल ,राजगढ़, शाजापुर और सीहोर जिले में तीव्र शीतलहर रही। रतलाम सिवनी और नीमच में भी शीतलहर का काफी प्रभाव रहा। प्रदेश में सबसे कम दृश्यता 100 मीटर ग्वालियर एयरपोर्ट पर रही।
टूटे कई सालों के रिकॉर्ड
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार इससे पूर्व 22 जनवरी 1962 में राजगढ़ में पारा 1.3 डिग्री पर रहा था। 9 जनवरी 2013 को पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री रिकार्ड किया गया था। राजधानी में भी इसके पहले 25 जनवरी 1970 को न्यूनतम तापमान 3 डिग्री पर रहा था । उसके बाद 17 जनवरी 2011 को रात का पर 3.6 डिग्री पर रहा था।
उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वहां से लगातार आ रही सर्द हवा से प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस तरह की स्थिति अभी 2 दिन तक बनी रह सकती है। 10 जनवरी को एक प्रभावित पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में पहुंचने की संभावना है। उसके प्रभाव से प्रदेश में कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अभी दो दिनों तक फिलहाल प्रदेश में ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। 10 जनवरी के बाद एक बार पश्चिम विक्षोभ के उत्तर भारत पहुंचने के बाद कड़ाके की ठंड से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
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