ट्रेनों से स्लीपर कोच कम होने से यात्री हो रहे परेशान

अनमोल संदेश, भोपाल
भारतीय रेल में इन दिनों लगातार स्लीपर कोच की संख्या घटाने और एसी कोच की संख्या बढ़ाने से कम आय वाले रेल यात्री परेशान हैं। क्योंकि एक तरफ स्लीपर कोच की संख्या घटने से उन्हें मजबूरन एसी टिकट लेना पड़ रहा है। वहीं, टिकट कंफर्म न होने से स्लीपर कोच में बेदम करने वाली भीड़ देखी जा रही है। रेवांचल एक्सप्रेस, भोपाल एक्सप्रेस समेत कुछ अन्य ट्रेनों में छह स्लीपर कोच को कम कर दिया गया है। उनकी जगह दो थर्ड एसी इकोनामी कोच लगा दिए गए हैं। थर्ड एसी इकोनामी कोच का किराया स्लीपर के किराए से दोगुने से भी अधिक है।
रेलवे ने एलएचबी रैक के ट्रेनों में स्लीपर कोचों की संख्या कम कर दी है। नतीजा यह है कि परेशानियों के कारण यात्रियों का सफर करना कठिन बन गया है। स्लीपर कोच की कमी के कारण स्लीपर की हालत सामान्य बोगी जैसी हो गई है। गर्मी की छुट्टी और शादी के समय तो अत्यधिक भीड़ के कारण यात्रियों की फजीहत हो रही है। अब स्लीपर कोच कम होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे के अधिकारियों के मुताबिक थर्ड एसी इकोनामी का किराया थर्ड एसी से थोड़ा काम होता है। लोगों को बेहतर सुविधा देने के लिए रेलवे की ओर से स्लीपर कोच की जगह थर्ड एसी इकोनामिक कोच ट्रेनों में लगाए जा रहे हैं।
भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन और रीवा के बीच चलने वाली रेवांचल एक्सप्रेस में पहले स्लीपर के 12 कोच होते थे, लेकिन इनमें से छह कोच को हटा दिया गया है। इनकी जगह ट्रेन के एसी कोच लगा दिए गए हैं। अब सिर्फ छह स्लीपर कोच बचे हुए हैं। इसी तरह भोपाल से दिल्ली जाने वाली भोपाल एक्सप्रेस में भी पहले 12 स्लीपर कोच होते थे, अब इस ट्रेन में भी छह स्लीपर कोच लगाए
जा रहे हैं।
रेवांचल एक्सप्रेस
स्लीपर 355 रुपए
एसी इकोनामी 855 रुपए
भोपाल एक्सप्रेस
स्लीपर 410 रुपए
एसी इकोनामी 995 रुपए
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